छत्तीसगढ़ कुछ दिनों पहले कोरोना महामारी से बुरी तरह जूझ रहा था। स्थिति बहुत भयावह हो चुकी थी लेकिन लॉकडाउन के बाद से कोरोना के आंकड़ों में कमी आयी है । छत्तीसगढ़ अब देश के सर्वाधिक संक्रमित 10 राज्यों की सूची से बाहर है। बुधवार को प्रदेश भर में 38731 सैंपल की जांच में केवल 252 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। अब सक्रिय मरीजों की संख्या 4028 रह गई है। अधिकारियों का कहना है कि अगर लोगों ने कोरोना रोकथाम के नियमों का कड़ाई से पालन किया तो संक्रमण के प्रसार को बिल्कुल रोका जा सकता है।
कुछ दिन पहले तक छत्तीसगढ़ सर्वाधिक कोरोना संक्रमित की 10 सूची का हिस्सा बना रहा था। एक दिन पहले 39 हजार से अधिक नमूनों की जांच के बाद 295 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। सोमवार को 36056 नमूनों की जांच में 297 और रविवार को 22479 की जांच में 188 लोग पॉजिटिव मिले थे।
तीन जिलों में चार मरीजों की मौत
बुधवार को प्रदेश के तीन जिलों में चार मरीजों की मौत हुई है। मरने वालों में दो बिलासपुर और एक-एक मरीज रायपुर व सुकमा जिलों के थे। इनको शामिल कर प्रदेश में कोरोना की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हजार 486 हो गई है। इनमें से सर्वाधिक 3 हजार 135 मरीजों की मौत रायपुर जिले में हुई है। उसके बाद दुर्ग जिले में एक हजार 789 और बिलासपुर जिले में एक हजार 204 मरीजों की मौत दर्ज है।
राजनांदगांव में लगातार दूसरे दिन 0 संक्रमण
राजनांदगांव जिले में लगातार दूसरे दिन कोई नया मरीज सामने नहीं आया है। वहीं 3 मरीजों के होम आइसोलेशन की अवधि पूरी होने के बाद उन्हें ठीक घोषित किया गया है। अब वहां जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या केवल 31 रह गई है। बेमेतरा में भी कोई मरीज नहीं मिला। वहां सक्रिय मरीजों की संख्या 62 है। मंगलवार को गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में संक्रमण दर शून्य थी। बुधवार को वहां 2 लोगों में संक्रमण मिला है।
तेजी से हो रहा है वेक्सिनेशन
कोरोना से बचाव के लिए प्रदेश में एक करोड़ सात लाख से अधिक टीके लगाए गए हैं। इसमें से 18 लाख 82 हजार 161 लोगों को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं। प्रदेश में तीन लाख आठ हजार 789 स्वास्थ्य कर्मियों, तीन लाख 16 हजार 361 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 वर्ष से अधिक के 49 लाख 87 हजार 557 और 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 32 लाख 91 हजार 958 नागरिकों को कोरोना से बचाव का पहला टीका लगाया जा चुका है। वहीं दो लाख 41 हजार 700 स्वास्थ्य कर्मियों, दो लाख 16 हजार 377 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 वर्ष से अधिक के 13 लाख 36 हजार 444 तथा 18 से 44 आयु वर्ग के 87 हजार 640 लोगों को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं।