भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2022 के लिए RBI द्वारा अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 10.5 फीसदी है। उन्होंने कहा कि, ‘मुझे विकास के अनुमान को नीचे की ओर संशोधित करने का कोई कारण नहीं दिखता है।
वित्त वर्ष 2020-21 में आई थी 7.3 फीसदी की गिरावट रिजर्व बैंक ने अप्रैल में हुई मौद्रिक नीति की समीक्षा में 2021-22 के दौरान आर्थिक वृद्धि 10.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। देश के सकल घरेलू उत्पाद में पिछले वित्त वर्ष यानी 2020-21 में 7.3 फीसदी की गिरावट आई है। पिछले वित्त वर्ष की शुरुआत जहां भारी गिरावट के साथ हुई थी, वहीं चौथी तिमाही में अर्थव्यवस्था वृद्धि की राह पर लौटी और जनवरी-मार्च 2021 तिमाही में 1.6 फीसदी वृद्धि हासिल की गई।
उत्पादन में दो लाख करोड़ का नुकसानहाल ही में आरबीआई ने अनुमान लगाया था कि देश में दूसरी लहर के कारण चालू वित्त वर्ष के दौरान उत्पादन में दो लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है। आर्थिक उत्पादन के नुकसान का जीडीपी के साथ सीधा संबंध नहीं हो सकता है, लेकिन यह अर्थव्यवस्था में मूल्यवर्धन में नुकसान की ओर इशारा करता है।