छत्तीसगढ़ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस सिंहदेव के बाद अब धरमजयगढ़ के विधायक लालजीत सिंह ने भी मुख़्यमंत्री को पत्र लिखा है
जिसमे उन्होंने ने पांचवी अंकसूची का हवाल देते हुए लिखा की उनका विधानसभा क्षेत्र के साथ नजदीकी क्षेत्र भी आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है जिसमे ग्राम सभाओ को पेसा व वनाधिकार कानून के तहत विशेष अधिकार प्राप्त है।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है की हसदेव नदी का जलग्रहण क्षेत्र के इलाको में कोयला खनन होने से बड़ी संख्या में आदिवासी बाहुल्य गाँवो का विस्थापन होगा
साथ ही साथ तिलाईपाली में संचालित एन.टी.पी.सी कोयला खदान में मशीनो के उपयोग्य से रोजगार न के बराबर है।
उन्होंने इस बात का भी हवाला दिया है की उनके क्षेत्र में हाथी और मानव के बीच में पहले से ही संघर्ष होता रहा है अधिक कोयला खदान खोलने से हाथी समूह अधिक उग्र होजाएंगे।
और अंत में उन्होंने ने राहुल गाँधी को भी उनका वादा याद दिलाते हुए लिखा की उनके विधानसभा से साठे गांव कुदमुरा में राहुल गाँधी ने पुरे क्षेत्र के नागरिको को ये भरोसा दिलाया था कि कांग्रेस सरकार ऐसा कोई काम नहीं करेगी जिसमे मानव और हाथी के बिच संघर्ष बढे।