ऐसा माना जा रहा था कि स्टारशिप रॉकेट के जरिए ही एक दिन इंसान, मंगल ग्रह तक का सफर तय करेगा. हालांकि एलन मस्क ने पहले ही आशंका जताई थी कि लॉन्च के दौरान स्टारशिप में विस्फोट होने की 50 फीसदी संभावना है.
नई दिल्ली:
स्पेसएक्स की स्टारशिप, अब तक का सबसे शक्तिशाली रॉकेट पहली परीक्षण उड़ान के दौरान गुरुवार को फट गया. स्टारशिप कैप्सूल को उड़ान के तीन मिनट के पहले चरण के रॉकेट बूस्टर से अलग होने के लिए निर्धारित किया गया था, लेकिन अलगाव नहीं हो पाया और रॉकेट में विस्फोट हो गया.
गौरतलब है कि ऐसा माना जा रहा था कि स्टारशिप रॉकेट के जरिए ही एक दिन इंसान, मंगल ग्रह तक का सफर तय करेगा. हालांकि एलन मस्क ने पहले ही आशंका जताई थी कि लॉन्च के दौरान स्टारशिप में विस्फोट होने की 50 फीसदी संभावना है.
जानकारी के अनुसार, स्टारशिप एक रीयूजेबल रॉकेट था. इसके मुख्य रूप से दो भाग थे. पहला- पैसेंजर कैरी सेक्शन यानी जिसमें यात्री रहेंगे, जबकि दूसरा- सुपर हैवी रॉकेट बूस्टर था. स्टारशिप और बूस्टर को मिलाकर इसकी लंबाई 394 फीट (120 मीटर) थी. जबकि वजन 50 लाख किलोग्राम था. जानकारी के अनुसार, स्टारशिप रॉकेट 1.6 करोड़ पाउंड (70 मेगान्यूटन) का थ्रस्ट उत्पन्न करने में सक्षम था. यह नासा के स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट से लगभग दोगुना अधिक था.