राघव चड्ढा की मांग संसद में उठने नहीं दी गई. राज्यसभा की कुर्सी पर बैठे उपसभापति ने बेअदबी पर बहस कराने से इनकार कर दिया, जिस पर सदन में हंगामा देखने को मिला. राघव चड्ढा ने मांग नहीं उठने देने का विरोध किया और उपसभापति के सामने अपनी आपत्ति जताई.
नई दिल्ली:
आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा (Raghav Chadha) पंजाब के मुद्दों को खुलकर संसद में उठा रहे हैं. राघव चड्ढा ने संसद में बेअदबी का मामला उठाते हुए सख्त कानून की मांग की है. चड्ढा ने गुरु साहिबान की बेअदबी करने वालों को कड़ी सजा दिलाने को लेकर कानून मजबूत करने के लिए संसद में शुक्रवार को स्थगन प्रस्ताव दिया. आप सांसद ने कहा, ‘हमारे लिए गुरु साहिबान के आदर सम्मान से बढ़कर कुछ नहीं है, सीस कटा सकते हैं लेकिन बेअदबी बर्दाश्त नहीं कर सकते.’
राघव चड्ढा ने स्थगन नोटिस में लिखा, ‘यह एक ऐसा मुद्दा है, जिसकी वजह से दुनियाभर में रह रहे पंजाबियों में एक गुस्सा है. हमारे लिए गुरु साहिबान के आदर सम्मान से बढ़कर कुछ नहीं है. गुरु साहिबान और गुरु साहिबान की वाणी की बेअदबी कभी बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ सालों में कई बार असामाजिक तत्वों ने बेअदबी की कोशिशें की हैं, लेकिन इस अपराध के लिए पहले से तय सजा बहुत कम है. अब इस कानून में संशोधन करने की शीघ्र जरूरत है. ताकि बेअदबी करने वालों को उम्रकैद या कड़ी सजा दी जा सके. इस पर सदन को विचार करना चाहिए.’
हालांकि, राघव चड्ढा की मांग संसद में उठने नहीं दी गई. राज्यसभा की कुर्सी पर बैठे उपसभापति ने बेअदबी पर बहस कराने से इनकार कर दिया, जिस पर सदन में हंगामा देखने को मिला. राघव चड्ढा ने मांग नहीं उठने देने का विरोध किया और उपसभापति के सामने अपनी आपत्ति जताई.
श्रीकरतारपुर साहिब का भी उठाया मुद्दा
इससे पहले राघव चड्ढा ने संसद में श्रीकरतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने वाले श्रद्धालुओं को आने वाली समस्याओं का मुद्दा उठाया था. राघव चड्ढा ने श्रद्धालुओं को आने वाली तीन प्रमुख समस्याओं को संसद के सामने रखा था. उन्होंने कहा था, ‘श्रीकरतारपुर साहिब गुरुद्वारे के लिए जब कॉरिडोर खोला गया तो सब लोग बाबा नानक के रंग में रंग गए. अब हर युवा, बच्चा और बुजुर्ग श्रीकरतारपुर साहिब जाना चाहता है, बाबा गुरु नानक के दर्शन करना चाहता है, लेकिन श्रीकरतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने के लिए तीन समस्याएं हर श्रद्धालु को झेलनी पड़ती हैं.’
राघव चड्ढा ने उठाया भड़काऊ डिबेट का मुद्दा
राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने कहा कि राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह खुद एक पत्रकार रहे हैं और खबरों के महत्व को अच्छी तरह जानते हैं. आज देश में समाचार ध्वनि प्रदूषण में बदल गया है. अधिकांश चैनल शाम 5 बजे से 11 बजे तक भड़काऊ डिबेट कर मानसिक प्रदूषण फैलाने का काम करते हैं.