IND vs WI 4th T20: भारत ने ईशान किशन को आराम देकर यशस्वी जायसवाल को टी20 अंतरराष्ट्रीय पदार्पण कराया था.
Team India Opening vs WI: भारतीय टीम अपने बल्लेबाजों से उम्मीद करेगी कि वे अच्छा प्रदर्शन करते हुए शनिवार को यहां चौथे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ एक और जीत से श्रृंखला बराबर करने में मदद करें. भारत भले ही तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में जीत से श्रृंखला में बने रहने में कामयाब हुआ हो लेकिन वेस्टइंडीज अब भी श्रृंखला में 2 – 1 से आगे चल रही है. मेजबान टीम की बल्लेबाजी इकाई को लेकर चिंता अब भी बरकरार है. सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) को पिछले मैच में अपने आक्रामक रवैये में बल्लेबाजी करते हुए देखना काफी सुखद था और तिलक वर्मा (Tilak Varma) ने भी कुछ महत्वपूर्ण रन का योगदान किया था. लेकिन भारत की सलामी जोड़ी का लचर प्रदर्शन जारी रहा.
भारत ने ईशान किशन (Ishan Kishan in 4th T20 vs WI) को आराम देकर यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) को टी20 अंतरराष्ट्रीय पदार्पण कराया था लेकिन, लगातार तीसरे मैच में सलामी जोड़ी फिर प्रभावित नहीं कर पायी और महज छह रन ही बना सकी. जायसवाल पहले ओवर में ही तेज गेंदबाज ओबेद मैकॉय का शिकार हो गये. पिछले दो मैचों में किशन और शुभमन गिल (Ishan Kishan and Shubman Gill Opening) ने पहले विकेट के लिए महज पांच और फिर 16 रन बनाये जिससे मध्यक्रम पर दबाव बन गया था.
भारत इस मैच में किशन की वापसी करायेगा या नहीं, यह देखना होगा लेकिन, टीम प्रबंधन उम्मीद करेगा कि इस ‘करो या मरो’ के मैच में सलामी बल्लेबाज ज्यादा असरदार प्रदर्शन दिखायें. यह जानते हुए कि भारत का निचला क्रम बल्लेबाजी में इतना सक्षम नहीं है तो इससे शीर्ष पर खेल रहे बल्लेबाजों के लिए रन बनाना निहायती जरूरी है. भारत ने अक्षर पटेल (Axar Patel) को सातवें नंबर पर रखा है ताकि संतुलन बना रहे और वे पांच गेंदबाजों की नीति अपनाना जारी रख सकते हैं.
तिलक ने जिस तरह से अपने युवा कंधों पर जिम्मेदारी उठायी, यह देखना शानदार रहा. हैदराबाद का यह बायें हाथ का बल्लेबाज 39 (22 गेंद), 51 (41 गेंद) और 49 (37 गेंद) की पारियां खेलकर अपने करियर में बड़े मंच के लिए तैयार है. वह इस समय 69.50 के औसत से 139 रन बनाकर श्रृंखला में सबसे ज्यादा रन जुटाने वाला खिलाड़ी है. पिछले मैच में तीनों स्पिनरों – कुलदीप, अक्षर, युजवेंद्र चहल – ने अच्छा प्रदर्शन किया था और भारत को सेंट्रल ब्रोवार्ड स्टेडियम में भी उनसे ऐसे ही प्रदर्शन की दरकार होगी.
मैच के शुरु में यहां की पिच बल्लेबाजों की मदद करती है लेकिन जैसे मैच आगे बढ़ता है, यह अकसर धीमी पड़ जाती है जिसकी पुष्टि इससे होती है कि पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने 13 में से 11 मैचों में जीत हासिल की है. जहां तक वेस्टइंडीज की बात है तो वे 2016 के बाद भारत पर पहली श्रृंखला जीतने का मौका चूकना नहीं चाहेंगे और बेहतर एकजुट प्रदर्शन करने के लिए प्रयासरत होंगे.