भाजपा ने पैगंबर पर टिप्पणी को लेकर मुस्लिम देशों से तीखी प्रतिक्रिया आने के बाद पांच जून को नुपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित और नवीन कुमार जिंदल को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। फिर भी प्रदर्शन हुए।
पैगंबर मोहम्मद के बारे में कथित विवादित टिप्पणी को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग की। ओवैसी ने कहा कि देश का कानून सर्वोच्च है, कानून के तहत सरकार को एक्शन लेने की जरूरत है। पहले नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी को अमल लाई जाए।
गुजरात के भुज में मीडिया से बात करते हुए ओवैसी ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा नहीं होनी चाहिए। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि हिंसा न होने दे। ओवैसी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर किसी को भी हिंसा में शामिल नहीं होना चाहिए और न ही पुलिस को कानून अपने हाथ में लेना चाहिए।
ओवैसी ने आरोप लगाया कि एक टीवी बहस के दौरान शर्मा की टिप्पणियों के बाद भाजपा ने उनके खिलाफ समय पर कार्रवाई नहीं की, जिससे एक बड़ा विवाद पैदा हो गया। ओवैसी ने कहा, ‘नूपुर शर्मा को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। कानून के अनुसार, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्हें इतने दिनों से गिरफ्तार नहीं किया गया है। आप उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं करते और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं करते? आपको कौन रोक रहा है?’
पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई टिप्पणी के बाद शुक्रवार को देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिले। दिल्ली, कोलकाता, यूपी, महाराष्ट्र, गुजरात, कश्मीर समेत कई राज्यों और शहरों में प्रदर्शनरी सड़क पर उतरे। कुछ जगहों पर पत्थरबाजी और आगजनी की घटना भी सामने आई।