अखिलेश यादव ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार को विपक्षी दल के प्रति इतना कठोर नहीं होना चाहिए कि वह सत्ता में लौटने पर “प्रतिशोधी” बन जाए.रामपुर: 

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक पर तंज कसते हुए कहा कि वे मुख्यमंत्री बनने के अवसर की तलाश में थे, लेकिन “विफल” हो गए. अखिलेश यादव ने सपा उम्मीदवार के समर्थन में उपचुनाव से पहले रामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “राज्य में दो उपमुख्यमंत्री हैं. दोनों ही मुख्यमंत्री बनने का अवसर तलाश रहे हैं.” उन्होंने आगे दोनों उपमुख्यमंत्रियों को “प्रस्ताव” दिया और कहा, “हम उन्हें एक प्रस्ताव देने आए हैं. हमसे 100 विधायक ले लीजिए, हम आपके साथ हैं, जब चाहें मुख्यमंत्री बन जाएं.”

अखिलेश यादव ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार को विपक्षी दल के प्रति इतना कठोर नहीं होना चाहिए कि वह सत्ता में लौटने पर “प्रतिशोधी” बन जाए.

“जो लोग अन्याय कर रहे हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि सीएम (योगी आदित्यनाथ) की फाइल मेरे पास (मेरे कार्यकाल के दौरान) आई थी. फाइल में कहा गया था कि उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. लेकिन, हम नफरत और प्रतिशोध की राजनीति में लिप्त नहीं है. हमने फाइल वापस कर दी. अब हमें इतना सख्त मत करो कि जब हम सत्ता में आएंगे तो हम वही करेंगे जो आप हमारे साथ कर रहे हैं.”

रामपुर में पांच दिसंबर को मतदान होगा. सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव मैनपुरी उपचुनाव लड़ रही हैं. 10 अक्टूबर को समाजवादी पार्टी के संस्थापक सिंह यादव के निधन के बाद ये सीट खाली हो गई थी. वोटों की गिनती 8 दिसंबर को गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम की तारीखों के साथ होगी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *