महिला पर आरोप था कि उसने इंटरनेट का इस्तेमाल कर सऊदी अरब के सामाजिक ताने-बाने को खराब किया है। लेकिन अब इस मामले एक नया खुलासा हुआ है जिसके चलते उसे इतने साल की सजा सुनाई गई।

पिछले सप्ताह सऊदी अरब की नूरा नामक महिला को सिर्फ एक ट्वीट करने के चलते 45 साल की सजा सुना दी गई थी। महिला पर आरोप था कि उसने इंटरनेट का इस्तेमाल कर सऊदी अरब के सामाजिक ताने-बाने को खराब किया है। लेकिन अब इस मामले एक नया खुलासा हुआ है जिसमें बताया गया है कि महिला ने ऐसा क्या लिख दिया था जिसके चलते उसे इतने साल की सजा सुनाई गई। महिला ने सऊदी प्रिंस के बारे में कुछ लिख दिया था।

क्राउन प्रिंस सलमान के खिलाफ लिख दिया
दरअसल, न्यूज एजेंसी एएफपी ने एक रिपोर्ट में कोर्ट के दस्तावेजों और अपने स्रोतों के हवाले से बताया है कि सऊदी अरब की इस महिला को असल में सजा इसलिए मिली क्योंकि उसने किंग सलमान और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के खिलाफ लिख दिया था। महिला ने ‘धर्म और न्याय को चुनौती देने के लिए’ ट्विटर पर इन दोनों के खिलाफ लिखा था। इसके बाद महिला को 45 साल की जेल की सजा सुनाई गई है।

आरोप-सऊदी अरब के ताने-बाने को खराब किया
रिपोर्ट के मुताबिक नूरा नाम की इस महिला को पिछले सप्ताह ही 45 साल जेल की सजा सुनाई गई है। सऊदी अधिकारियों ने नूरा के ट्वीट को दुर्भावनापूर्ण वाला बताया था। अदालत ने महिला को सजा देते हुए कहा कि महिला के झूठे और दुर्भावनापूर्ण ट्वीट ने उन लोगों की गतिविधियों को उकसाया जो सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ना और समाज की सुरक्षा और राज्य की स्थिरता को अस्थिर करना चाहते हैं। महिला पर यह भी आरोप हैं कि उसने इंटरनेट का इस्तेमाल कर सऊदी अरब के सामाजिक ताने-बाने को खराब किया है।

अदालत ने भी महिला पर तीखी टिप्पणी की
इतना ही नहीं यहां तक कि अदालत ने भी महिला पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि राज्य के प्रतीकों और अधिकारियों का अपमान करने के लिए ट्विटर का इस्तेमाल किया गया। इसलिए सुरक्षा मामलों में बंदियों की रिहाई की मांग की गलत है। इसके बाद यह मामला दुनियाभर में छा गया था। पश्चिम के देशों ने भी इस सजा की निंदा की। कुछ ने कहा कि इस सजा ने खाड़ी देशों में मानवाधिकारों की वास्तविक स्थिति को भी उजागर किया है।

जुलाई 2021 में गिरफ्तार कर लिया गया था
जानकारी के मुताबिक नूरा पर यह कार्रवाई साइबर अपराध विरोधी कानून के तहत की गई है। हालांकि नूरा का ट्विटर पर अकाउंट कोई ज्यादा एक्टिव नहीं है, लेकिन उनके ट्वीट के कारण उनको जुलाई 2021 में गिरफ्तार कर लिया गया था और विशेष न्यायालय में अब इसी अपराध के लिए उन्हें दोषी ठहराया गया। मामले में नूरा को 45 साल की सजा सुनाई गई।

पहले भी सामने आ चुके ऐसे मामले
इससे पहले भी सऊदी अरब की ही एक महिला को ट्विटर यूज करने के आरोप में 34 साल की सजा सुनाई गई थी। लीड्स यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली सऊदी स्टूडेंट छुट्टी पर घर आई थी और तभी उसे 34 साल की जेल की सजा सुना दी। उस पर आरोप था कि उसका ट्विटर पर अकाउंट है और उसने कुछ एक्टिविस्ट्स को फॉलो किया और उनके ट्वीट को रिट्वीट किया।

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