मौसम विज्ञान केंद्र ने लगातार बारिश जारी रहने के चलते भूस्खलन होने की चेतावनी जारी की है। लोगों से नदी और नालों के समीप नहीं जाने की अपील भी की है।

हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने चार दिनों तक भारी बारिश-अंधड़ चलने का येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश में एक सितंबर तक बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है। वहीं, मैदानी व मध्य पर्वतीय भागों के लिए 27 और 28 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जबकि 29 व 30 अगस्त को बारिश के साथ अंधड़ चलने का अलर्ट जारी किया गया है।

प्रदेश के ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिले के लिए ये अलर्ट जारी हुआ है। उधर, मौसम विज्ञान केंद्र ने लगातार बारिश जारी रहने के चलते भूस्खलन होने की चेतावनी जारी की है। लोगों से नदी और नालों के समीप नहीं जाने की अपील भी की है। गुरुवार को राजधानी शिमला समेत अन्य भागों में मौसम मिलाजुला रहा।

बुधवार रात को मंडी के गोहर में सबसे अधिक 66, कांगड़ा 52.8, मंडी 53.3, नगरोटा सूरियां 47, सुंदरनगर 48.3, धर्मशाला 32.8, शिमला 19, पांवटा साहिब  10.2, जुब्बड़हट्टी 11.4, कुफरी 9.5, बिलासपुर 2.5 और पालमपुर में 2.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।  ऊना में अधिकतम तापमान 36.6, कांगड़ा 30.1, बिलासपुर 33.0, सुंदरनगर 29.8, हमीरपुर 32.8, मंडी 33.3, चंबा 31.4, सोलन 31.6, भुंतर 31.2, धर्मशाला 28.2, मनाली 25.5, शिमला 24.1, डलहौजी 21.2, कल्पा 24.1 और केलांग में  26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

थुनाग में भूस्खलन से मकान और गोशाला ढहा
मंडी जिले में भारी बारिश ने फिर कहर बरपाया है। भारी बारिश के बाद भूस्खलन से थुनाग में एक गोशाला व नया बन रहा ध्वस्त हो गया है। इससे प्रभावित परिवार को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। गनीमत रही कि हादसे के समय मकान में कोई नहीं था अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। जबकि भूस्खलन से पहले ही गोशाला में रखे मवेशियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।  वहीं, जिले में गुरुवार सुबह सात मील के पास भूस्खलन के कारण चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे-3 करीब तीन घंटे बंद रहा। इस दौरान हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं।

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