कृष्णकांत मिश्रा ने बताया, ‘योग आपके जीवन का हिस्सा जिसे हमने भौतिक वाद में भूल कर सिर्फ अपने रोग दूर वजन कम करने का साधन बना लिया है.
भोपाल से नई दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस भी बुधवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग के रंग में रंगी दिखाई दी. योग को लेकर अनूठे कीर्तिमान रचने का जुनून रखने वाले इंदौर के 60 वर्षीय प्रशिक्षक ने देश की इस अत्याधुनिक ट्रेन में यात्रियों को योग मुद्राओं का अभ्यास कराया.
कृष्णकांत मिश्रा ने बताया, ‘योग आपके जीवन का हिस्सा जिसे हमने भौतिक वाद में भूल कर सिर्फ अपने रोग दूर वजन कम करने का साधन बना लिया है. इस वर्ष योग की थीम वसुदेव कुटुंबकम है जिसको सिर्फ योग ही सार्थक कर सकता है. योग का संबंध सिर्फ आपके शरीर श्वास से है जो सबके समान है.
शिखर आसन जिस से रीड की हड्डी सीधी रहती है थकान दूर करती है. ग्रीवा संचालन ,सीटिंग सूर्य नमस्कार पितृ प्राणायाम जिसमे सभी के माता पिता को याद को योग से कृतज्ञता दिलाई. बैठे रहने पर भी सबसे ज्यादा कंधे और गर्दन का मूवमेंट अधिक होता है ग्रीवा संचालन कंध संचालन करवाया, पशिमोत्तनासन, चक्रासन आदि करवाकर उनके लाभ बताए.
उन्होंने कहा, आसान प्राणायाम ध्यान से हम श्वास से श्वास के चलाने वाले तक पहुंच सकते है जिसे समाधि स्थिती कहते है. आयुष मंत्रालय को धन्यवाद देते हुए गुरुजी ने कहा, ओम का उच्चारण योग से हटवा इसको पूर्ण रूप से मानवता को समर्पित किया है.’
गौरतलब है कि मिश्रा हर साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर अनूठे कारनामे कर लोगों का ध्यान खींचते हैं.