कानपुर सेंट्रल से चलने या गुजरने वाली श्रमशक्ति, शताब्दी सहित 26 ट्रेनों में 22 दिन में ऐसे 876 वेटिंग टिकटधारियों की सीटें इसके जरिए अपने आप कन्फर्म हो गईं। टीटीई को ये मशीनें पांच जुलाई को दी गई।

कानपुर। आठ अगस्त को आर सक्सेना को दिल्ली से कानपुर आना था। उन्होंने श्रमशक्ति एक्सप्रेस में थ्री एसी का टिकट लिया पर 27 नंबर वेटिंग थी। आना जरूरी था तो वह ट्रेन में सवार हो गए। इसके बाद टीटीई से सीट के बारे में पूछने गए तो उसने चेक करके बताया कि खुद उनकी सीट बी-3 कूपे में कन्फर्म हो गई है। थ्री एसी कोच में उसी तारीख में पांच सीटें अपग्रेड भी हो गई थीं। यह संभव हुआ ट्रेनों में सीटों के रिजर्वेशन चेक करने के लिए दी गई हैंड हेल्ड टर्मिनल मशीन (एचएचटी) के कारण। एचएचटी वेटिंग टिकटधारियों के लिए वरदान साबित हो रही हैं।

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