’सामुदायिक बाड़ी, मशरूम उत्पादन, मुर्गी पालन एवं वर्मी खाद निर्माण और विक्रय जैसी गतिविधियों से महिलाओं ने कमाई 2 लाख से भी ज्यादा की आय’
’अब लघु उद्योग के रूप में गोबर पेंट यूनिट, स्टेशनरी प्रोडक्ट, पेपर कप, बाक्स मेकिंग का काम भी होगा शुरू’.
महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना के तहत चयनित आदर्श गौठान मझगंवा में विभिन्न रोजगारोन्मुख गतिविधियों ने महिलाओं की जिंदगी बदल दी है। जिले के विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के आदर्श गौठान मझगंवा में संचालित विभिन्न गतिविधियों में संलग्न महिलाएं मेहनत और लगन से कार्य कर लाभान्वित हो रहीं हैं। ग्राम गौठान में 284.4 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट निर्माण और विक्रय से महिलाओं ने 33 हजार से अधिक की आय प्राप्त की है। वहीं सामुदायिक बाडी का कार्य कर रहीं प्रगति स्वयं सहायता समूह द्वारा गौठान में 2.50 एकड़ क्षेत्र में बाड़ी विकसित किया गया है, जिससे महिलाओं ने 75 हजार रूपए आय प्राप्त की है। गौठान में ही मशरूम उत्पादन कर रहीं माँ दुर्गा स्वयं सहायता समूह द्वारा 15 हजार रूपये की आय हासिल की गई है। मुर्गीपालन के काम में जुड़ी कल्याणी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने मात्र 28 हजार रूपये की लागत पर 78 हजार रुपए आय प्राप्त कर ली है। गौठान में 2.50 एकड़ क्षेत्र में लेमनग्रास के उत्पादन से कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा इसेंसियल आयल, लेमन टी, साबुन तैयार किया जा रहा है। साथ ही 2.50 एकड़ क्षेत्र में एलोवेरा का उत्पादन शुरू किया गया है।
उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के चयनित गौठानों को आजीविका के केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिए वहां महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क बनाए जा रहे हैं, जिसमें मझगंवा गौठान का चयन कर लघु उद्योग विकसित किये जायेंगे। इन गतिविधियों में बड़ी संख्या में स्वसहायता समूह की महिलाओं और युवाओं को रोजगार और आय के अवसर मिलेंगे। रीपा योजनांतर्गत गौठान में यहां गोबर पेंट निर्माण यूनिट, स्टेशनरी प्रोडक्ट मेकिंग एवं प्रिंटिंग यूनिट, पेपर कप, बाक्स मेकिंग गतिविधियां प्रस्तावित हैं