ओमप्रकाश राजभर जबसे समाजवादी पार्टी गठबंधन से बाहर आए हैं तबसे उनकी सुभासपा में भगदड़ मची है। अब सुभासपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सहित कई पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को समाजवादी पार्टी गठबंधन से अलग होने के बाद उनकी अपनी पार्टी के पदाधिकारी एक के बाद एक झटके दे रहे हैं। सोमवार को एक बार फिर कई पदाधिकारियों ने एक साथ सामूहिक इस्तीफा दे दिया। ऐसा करते वक्त उन्होंने राजभर पर पार्टी की मूल नीतियों से भटक जाने का आरोप भी लगाया। इस्तीफा देने वालों में सुभासपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मास्टर राधेश्याम सिंह, कुशीनगर के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, जिला प्रभारी बृजेश सिंह, जिला सचिव संजय राजभर सहित कई वरिष्ठ पार्टी नेता शामिल रहे।
उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी अपने मूल कर्तव्यों को भूल कर दोहरी नीतियों पर कार्य कर रही है।
मास्टर राधेश्याम सिंह की अगुवाई में सभी पदाधिकारियों ने सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को पार्टी के सभी पदों और सदस्यता से अपना इस्तीफा भेजा। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी का गठन गरीबों, दबे कुचले और समाज के उत्थान के लिये किया गया था लेकिन पार्टी की दोहरी नीतियों से कार्यकर्ता आहत हो गये हैं।
उन्होंने कहा कि मिशन से भटक चुके नेताओं के चलते पार्टी कार्यकर्ताओं का विश्वास डगमगाने लगा है। कार्यकर्ताओं के डगमगा रहे विश्वास को संभालने की बजाय नेता अपने हिसाब से निर्णय लेते रहते हैं। नतीजा यह हुआ की पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं का विश्वास पूरी तरह से डिग गया है। वे खुद को ठगा महसूस करने लगे हैं।
इन्होंने भी दिया इस्तीफा
जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, जिला प्रभारी बृजेश सिंह, जिला सचिव संजय राजभर, सुरेंद्र राजभर, बालेश्वर राजभर, राजकुमार सिंह, प्रिंस राजभर, सुजीत राजभर, विनोद सिंह, मुन्द्रिका राजभर, गुड्डू राजभर, विरेंद्र गोंड़, रामायण राजभर, फारुख आलम, अरविंद राजभर आदि पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल रहे।