उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र में 18वीं विधानसभा की पहली कार्यवाही में सूबे में कानून-व्यवस्था सुधारने के लिए अपनी सरकार की योजना को सीएम योगी आदित्यनाथ ने सदन में सभी के सामने रखा। उन्होंने इस दौरान साफ कहा कि अब उत्तर प्रदेश में कोई व्यक्ति सरेआम अपराध करे, इसे सरकार स्वीकार नहीं कर सकती है।
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा करने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबे में अपराध किसी प्रकार का हो, वह अक्षम्य है। खासतौर पर महिला संबंधी अपराध के मुद्दे पर हमारी सरकारी पूरी गंभीरता के साथ सभी अपराधियों के खिलाफ कठोरतापूर्वक कार्रवाई कर रही है। यहां पर अब सरेआम कोई अपराध करे, यह तो सरकार को स्वीकार ही नहीं है। प्रदेश की कानून व्यवस्था देश में नजीर बनी हुई है।
सीएम योगी आदित्यनाथ इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में अब तो लड़कों से गलती नहीं होती है। नेता प्रतिपक्ष भी जानते हैं कि अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई होती है और आज प्रदेश में कोई अपराधी बख्शा नहीं जाता है। बीते पांच वर्ष में कोई दंगा नहीं हुआ है, कहीं कोई कर्फ्यू नहीं लगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अपराध किसी प्रकार का हो, वह अक्षम्य है। खासकर महिला संबंधी अपराध, इसे लेकर सरकार पूरी तरह संवेदनशील है। अपराधियों के खिलाफ कठोरता पूर्वक कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, यहां अपराधियों के बारे में यह नहीं कहा जाता कि ‘लड़के हैं गलती हो जाती है’। अगर अपराधी है तो जीरो टालरेंस की नीति के साथ कार्रवाई होती है। नेता प्रतिपक्ष ने भी स्वीकार किया है कि कार्रवाई होती है। आप (सपा) हर उस अपराधी का समर्थन करते हैं, जो उत्तर प्रदेश में अराजकता के पर्याय थे। गुंडागर्दी जिनका पेशा था।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत पांच वर्ष में कानून-व्यवस्था के बेहतर माहौल ने ही इस सरकार को फिर से इतना व्यापक जनसमर्थन दिलाया है। ‘प्रत्यक्षं किं प्रमाणं।’ यहां विधायकों की संख्या इस बात का प्रमाण हैं। जनता और आधी आबादी ने जिस भाव के साथ हमें समर्थन दिया है, मैं उसका अभिनन्दन करता हूं। हम पूरी प्रतिबद्धता से कह रहे हैं कि अपराध और अपराधियों के खिलाफ बिना किसी भेदभाव के कठोर कार्रवाई जारी रहेगी। कोई सरेआम अपराध करे, सरकार इसे स्वीकार नहीं कर सकती।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2017 में हमने महिला अपराधों को रोकने के लिए ‘एंटी रोमियों स्क्वाड’ का गठन किया था। एंटी रोमियों के गठन के साथ ही 218 फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना भी की गई है। पांच वर्ष में लूट, हत्या, महिला संबंधी अपराध, डकैती सहित विभिन्न प्रकार के अपराधों में भारी गिरावट आई है। आंकड़े इसके गवाह हैं। कल प्रतिपक्ष के मित्रों ने यदि राज्यपाल का अभिभाषण सुना होता तो काफी चीजें क्लियर हो गई होतीं। बाकी जो कुछ बचेंगी उसे हम अपने जवाब में बता देंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्व में चुनाव के समय और बाद में कई आपराधिक घटनाएं घटित होती थीं। इस बार भी चुनाव सम्पन्न होने के बाद कुछ लोगों ने हरकत की थी। लेकिन उन हरकतों को हमने कुछ ही घंटों में कंट्रोल भी कर लिया था। बहुत सारे लोगों ने गर्मी दिखाने का प्रयास किया था, उनकी गर्मी भी शांत हो रही है।
सदन में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा के मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कई सवाल पूछे। उन्होंने विधानसभा में कहा जिस समय सदन में राज्यपाल का अभिभाषण चल रहा था उसी दौरान गोरखपुर में बेटी के साथ दुष्कर्म हुआ था। सरकार सिर्फ अपने प्रचार में लगी है और महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों के मामले में यूपी सबसे आगे है।
अखिलेश ने राज्य में पुलिस तंत्र को लेकर भी सत्ता से सवाल किया। उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस निरंकुश हो चुकी है, अब प्रदेश की पुलिस दबिश देने नहीं गुंडई करने जाती है। पुलिस ने मारा किसी और जेल किसी और को भेज दिया गया। उन्होंने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि महिला अपराधों के मामले में 1090 के आंकड़े क्या कहते हैं बताइये। इस पर मुख्यमंत्री ने उनको माकूल जवाब भी दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज सरकार जीरो टालरेंस की नीति के तहत कार्रवाई कर रही है। अपराधियों पर ही सरकार कार्रवाई करती है और आज प्रदेश में महिलाएं बहुत सुरक्षित हैं और प्रत्यक्ष को किसी प्रमाण की जरूरत नहीं होती क्योंकि महिलाओं ने भाजपा को बढ़-चढ़ कर वोट किया। सीएम योगी आदित्यनाथ इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में ‘लड़कों से गलती नहीं होती’। इस प्रकरण को तो नेता प्रतिपक्ष भी जानते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में महिला संबंधी अपराधों पर कड़ी कार्रवाई की गई और ऐसी महिलाओं को बेहतर न्याय मिल सके इसके लिए पॉस्को कोर्ट की स्थापना की गई। पहले चुनावों में हिंसा होती थी, इस बार भी बहुत लोगों ने गर्मी दिखाने का प्रयास किया, वो गर्मी भी अब शांत हो रही है।
मंगलवार को विधान सभा के बजट सत्र के दूसरे दिन सदन में विपक्ष ने सत्ता पक्ष से जहां एक के बाद एक कई सवाल पूछें तो वहीं विपक्ष को भी सत्ता पक्ष से करारा जवाब मिला। अखिलेश यादव के तमाम सवालों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सधा जवाब दिया। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बाद ओमप्रकाश राजभर ने भी खुद पर हुए हमले को सदन में उठाते हुए सरकार को एक बार फिर कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरने की कोशिश की जिसका करारा जवाब वित्त एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने दिया।