गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में वायु प्रदूषण शाम को भी खरतनाक स्थिति में दिखा। गुरुवार की सुबह आठ बजे यहां 419 एक्यूआई दर्ज किया गया है। जबकि शाम पांच बजे बढ़कर 444 हो गया।
गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में वायु प्रदूषण शाम को भी खरतनाक स्थिति में दिखा। गुरुवार की सुबह आठ बजे यहां 419 एक्यूआई दर्ज किया गया है। जबकि शाम पांच बजे बढ़कर 444 हो गया। वहीं मेरठ के जयभीमनगर इलाके की स्थिति भी ठीक नहीं है। यहां एक्यूआई शाम तक 335 तक जा पहुंचा है। मेरठ, लखनऊ नोएडा और गाजियाबाद की तरह ही यूपी के अन्य प्रमुख शहरों आगरा, कानपुर, मेरठ, गोरखपुर, प्रयागराज, बरेली, वाराणसी, नोएडा और गाजियाबाद में भी वायु प्रदूषण खराब स्थिति में पाया गया है।
हालांकि भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर) से राहत भरी सूचना भी सामने आई है। सीएसआईआर का कहना है कि इस बार दिवाली पर अधिक प्रदूषण नहीं फैला। सीएसआईआर की टीम ने लखनऊ में अलीगंज, गोमतीनगर, चारबाग और अमौसी इलाकों में दिवाली और उसके एक दिन एवं एक दिन बाद प्रदूषण की जांच की।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार गुरुवार की शाम पांच बजे आगरा में सेक्टर 3 बी आवास विकास कॉलोनी में एक्यूआई 253, बुलंदशहर के यमुनानगर में 322, गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में 444, यहीं के इंदिरापुरम में 322, ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-3 में 375, हापुड़ के आनंद विहार में 289, खुर्जा के कालिंदी कुंज में 315, लखनऊ के तालकटोरा जिला उद्योग केंद्र क्षेत्र में 283, मुरादाबाद के इको हर्बल पार्क क्षेत्र में 248, नोएडा के सेक्टर 166 क्षेत्र में 381, प्रयागराज नगर निगम क्षेत्र में 220 और वाराणसी के मलदहिया क्षेत्र में 207 पाया गया।