पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या को लेकर छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक रोष है। इस बीच, पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें ठेकेदार सुरेश चंद्रकार का भाई रितेश चंद्रकार, दिनेश चंद्रकार और महेंद्र रामटेके (सुपरवाइजर) शामिल हैं। ठेकेदार सुरेश फरार बताया जा रहा है। सीएम के निर्देश पर मामले की जांच के लिए एसआईटी बना दी गई है। पुलिस ने शनिवार को हत्या के कारणों का भी खुलासा कर दिया है। आरोपी सुरेश के बैंक एकाउंट को होल्ड करवा दिया है। पुलिस अफसरों ने बताया कि मुकेश की हत्या 1 जनवरी की देर रात ठेकेदार के बैडमिंटन कोर्ट वाले बाड़े में की गई। हत्या की घटना को रितेश चंद्रकार और सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके ने अंजाम दिया था। इसके बाद लाश को ठिकाने लगाने का काम दिनेश चंद्रकार ने किया था। इस घटना की पूरी जानकारी ठेकेदार सुरेश को भी थी। पुलिस ने मामले में चार लोगों को आरोपी बनाया है। इधर, हत्या में ठेकेदार सुरेश और उसके भाइयों की मिलीभगत का पता लगते ही जिला प्रशासन ने पुलिस की मौजूदगी में सुरेश के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिया है। प्रशासन ने 5 एकड़ जमीन पर अवैध कंस्ट्रक्शन यार्ड को ढहाकर उसे कब्जामुक्त कर दिया है। इसके अलावा दूसरे अवैध कब्जों को चिन्हांकित कर उन पर भी बुलडोजर चलाने की तैयारी है। ऐसे बनाई दौलत: सुरेश ने 55 करोड़ का ठेका 120 करोड़ तक पहुंचाया, 90% पेमेंट कराया ठेकेदार सुरेश ने मिरतुर से गंगालूर तक सड़क निर्माण के काम की शुरुआत वर्ष 2013 से की थी, तब सड़क को बनाने का टेंडर 55 करोड़ में हुआ था। इसके बाद बजट का रिवीजन करवाते-वर्ष 2024 में लागत 120 करोड़ रुपए तक पहुंचा दी। सड़क का काम 40% भी नहीं हुआ और 90% का भुगतान हो गया। निर्माण में भ्रष्टाचार की शिकायतों पर जांच कमेटी बनी। सियासत: गृहमंत्री बोले – आरोपी सुरेश कांग्रेस नेता, हर अपराध में कांग्रेसी ही क्यों निकल रहे? गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि एसआईटी 3 हफ्ते में रिपोर्ट सौंपेगी। चौथे हफ्ते में चालान पेश होगा। शर्मा ने सुरेश का नियुक्ति पत्र दिखाते हुए कहा कि वो कांग्रेस नेता है। उसे अक्टूबर 2023 में ही जिले का प्रभारी बनाया गया था। बलौदा बाजार, सूरजपुर और बालोद समेत कई बड़ी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता ही हर अपराध में क्यों संलिप्त है। शर्मा ने कहा कि मैं यह नही कह रहा कि हर कांग्रेसी अपराधी है, लेकिन हर अपराध में कांग्रेस के नेता ही क्यों निकल रहे हैं। सुरेश से पार्टी का लेना-देना नहीं: पीसीसी चीफ पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि पत्रकार मुकेश जनहित के मुद्दे को हमेशा प्रमुखता से उठाते थे। उन्होंने कहा कि यदि कोई अपराध को अंजाम देता है तो पहले वह अपराधी है। उन्होंने कहा कि सुरेश चंद्रकार ठेकेदार, उद्यमी और सामजिक कार्यकर्ता रहा है, वह कांग्रेस का कोई पदाधिकारी नहीं रहा है। एक्शन में राज्य सरकार सीएम ने कहा- 11 सदस्यों की एसआईटी जांच करेगी सीएम विष्णुदेव साय ने पत्रकार की हत्या की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस हत्याकांड में शामिल किसी को बख्शा नहीं जाएगा। एडिशनल एसपी आईपीएस मयंक गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है। फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है। ऐसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने के निर्देश दिए हैं। हमारी सरकार अपराधियों पर सख्त रहेगी। पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। रायपुर में पत्रकारों का धरना एडिटर्स गिल्ड ने भी की निंदा