Tushar Gandhi in Bharat Jodo Yatra: भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के बाद तुषार गांधी ने भारतीय इतिहास में यात्राएं देश का पारंपरिक हिस्सा रही हैं। इन यात्राओं ने कई महत्वपूर्ण क्रांतियों को जन्म दिया है।
Tushar Gandhi on Savarkar: भारतीय इतिहास (Indian History) में विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) को लेकर सत्ता पक्ष (Ruling Party) और विपक्ष (Opposition) की अलग-अलग धारणाएं (Thought) हैं। शुक्रवार (18 नवंबर) को महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के परपोते तुषार गांधी (Tushar Gandhi) ने सावरकर के बारे में बयान दिया। गांधी के परपोते तुषार गांधी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए कहा,”यह सच है कि वीर सावरकर अंग्रेजों के दोस्त थे, उन्होंने खुद को जेल से बाहर निकालने के लिए अंग्रेजों (Britishirs) से माफी मांगी थी… ऐसा नहीं है कि हमने इसे व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी (WhatsApp University) से लिया है, इतिहास (History) में इस बात के सबूत (Evedence) हैं।”
Tushar Gandhi ने भारत जोड़ो यात्रा में लिया था हिस्सा
तुषार गांधी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र में भारत जोड़ो यात्रा में हिस्सा लिया था। वीर सावरकर को लेकर दिए गए उनके बयान पर सियासी गलियारों में चर्चा हो रही है। कांग्रेस पार्टी ने पहले भी वीर सावरकर को लेकर ये बात कही है कि वो अंग्रेजों के साथी रहे हैं, जबकि बीजेपी ने वीर सावरकर को एक महान क्रांतिकारी के तौर पर पेश किया है। इस बीच तुषार गांधी के बयान ने सावरकर के मुद्दे को एक बार फिर से हवा दे दी है।
भारत (India) में यात्राओं को बताया ऐतिहासिक (Historical)
भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के बाद तुषार गांधी ने भारतीय इतिहास में यात्राएं देश का पारंपरिक हिस्सा रही हैं। इन यात्राओं ने कई महत्वपूर्ण क्रांतियों को जन्म दिया है। आज जब देश में हमारे पूर्वजों के स्थापित किए गए ढांचे बदले जा रहे हैं तब ऐसे में ये समझना ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है कि अभी हमने हार नहीं मानी है।
Rahul Gandhi का सावरकर पर निशाना
महाराष्ट्र में भारत जोड़ो यात्रा निकालते हुए राहुल गांधी ने वीर सावरकर को अंग्रेजों का मददगार बताया। राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि वीर सावरकर ने अंग्रेजों को लिखे गए एक पत्र में कहा था, ‘सर मैं आपका आज्ञाकारी सेवक बने रहने का याचना करता हूं।’इतना ही नहीं सावरकर ने इस पत्र पर अपने हस्ताक्षर भी किए थे। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने इस दौरान सावरकर को अंग्रेजों की मदद करने वाला भी कहा था। राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें डर था क्योंकि उन्होंने सरदार पटेल और महात्मा गांधी जैसे बड़े नेताओं को धोखा दिया था।