सीमा सुरक्षा बल ने बताया कि उग्रवादियों ने धलाई जिले में सुबह करीब साढ़े छह बजे घात लगाकर हमला किया और शहीद हुए कर्मियों में बीएसएफ का एक उपनिरीक्षक भी शामिल है।त्रिपुरा में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए। मंगलवार को गश्त पर निकले बीएसएफ के जवानों पर उग्रवादी संगठन नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) के उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया जिसमें बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए।
सीमा सुरक्षा बल ने बताया कि उग्रवादियों ने राज्य के धलाई जिले में सुबह करीब साढ़े छह बजे घात लगाकर हमला किया और शहीद हुए कर्मियों में बीएसएफ का एक उपनिरीक्षक भी शामिल है।
बीएसएफ ने बताया कि सब इंस्पेक्टर भूरू सिंह और कॉन्सटेबल राज कुमार, बीएसएफ पैट्रोलिंग पार्टी और उग्रवादियों के बीच हुई गोलीबारी में शहीद हो गए। यह मुठभेड़ धलाई में आरसीनाथ बॉर्डर आउटपोस्ट पर मंगलवार की सुबह 6.30 बजे हुई थी। घटनास्थल पर मिले खून के निशानों से पता चलता है कि उग्रवादियों को भी गंभीर चोट आई हैं।
जिले के पानीसागर सेक्टर में चावमनू थाना क्षेत्र के अंतर्गत आरसी नाथ सीमा चौकी के पास सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमला किया गया, जिसका सुरक्षा बलों ने माकूल जवाब दिया।
धलाई जिला राज्य की राजधानी अगरतला से लगभग 94 किमी दूर है और यह उत्तरी तथा दक्षिणी हिस्से में बांग्लादेश की सीमा से सटा है। कुल 4,096 किमी लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा में से, त्रिपुरा 856 किमी के क्षेत्र को साझा करता है।
बीएसएफ के प्रवक्ता ने बताया, ‘भीषण मुठभेड़ के दौरान उपनिरीक्षक भूरू सिंह और कॉन्सटेबल राज कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मृत्यु हो गई।’ उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर उपलब्ध खून के नमूनों के अनुसार उग्रवादियों को कथित तौर पर कुछ चोटें आई हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे दोनों जवानों ने शहीद होने से पहले पूरी बहादुरी से मुकाबला किया। प्रवक्ता ने बताया कि उग्रवादियों को पकड़ने के लिए इलाके में तलाश अभियान शुरू किया गया है। अधिकारी ने बताया कि उग्रवादी शहीद जवानों के हथियार भी अपने साथ ले गए। बता दें कि एनएलएफटी एक प्रतिबंधित संगठन है।