राजधानी की सड़कों पर लेन सिस्टम लगभग फेल है। खासतौर पर चौराहों पर। ट्रैफिक नियमों के मुताबिक चौक पर सिग्नल रेड होने पर लेफ्ट टर्न फ्री छोड़ना है। ताकि लेफ्ट या यू टर्न लेने वाले वाहन खाली जगह से आगे बढ़ सकें। राजधानी में आउटर तो दूर शहर के बीचोबीच वाले भीड़भरे चौराहों पर लेफ्ट टर्न को फ्री नहीं छोड़ा जा रहा है। इन चौराहों में जयस्तंभ, शारदा चौक, खजाना तिराहा, शहीद भगत सिंह और तेलीबांधा चौक जैसे चौक भी शामिल हैं, जिनमें लेफ्ट टर्न खाली रहने के लिए बाकायदा जगह छोड़ी गई है। उसके बाद भी जैसे ही सिग्नल रेड होता है एक-एक कर बाइक-कार और मोपेड आकर पूरी रोड को घेर लेते हैं। इस वजह से लेफ्ट टर्न करने वाले वाहन चालकों को भी सिग्नल ग्रीन होने का इंतजार न करना पड़ता है। इससे रेड सिग्नल होने पर प्राय: हर चौक पर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। भास्कर ने करीब चार दिन शहर की अलग-अलग सड़कों की पड़ताल की। इस दौरान यही नजर आया कि शहर के 90 फीसदी चौराहे सिग्नल रेड होने पर लेफ्ट टर्न फ्री नहीं रहते है। इस दौरान सबसे ज्यादा दिक्कत एंबुलेंस में गंभीर मरीजों को ले जाने के दौरान होती है। ये स्थिति ज्यादातर अंबेडकर अस्पताल चौक, फाफाडीह, शास्त्री चौक, जयस्तंभ, आमापारा, लोधीपारा और शंकर नगर चौक की सड़क पर होती है। लोगों को नजर आना चाहिए कि कितना हिस्सा लेफ्ट फ्री छोड़ा गया है, लेकिन दिखता ही नहीं हर चौक-चौराहे और सिग्नल पर जहां गाड़ियां रुकती हैं। वहां लेफ्ट साइड की सड़क को हमेशा खाली रखा जाता है। ताकि लेफ्ट टर्न जाने वाले आसानी से निकल जाएंगे। इसके अलावा इमरजेंसी सर्विस एबुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस की गाड़ियां आराम से निकल जाए। उन्हें ट्रैफिक में फंसना न पड़े। इसके लिए चौक-चौराहों में लेफ्ट साइड खाली रखने के लिए स्टापर भी लगाया जा रहा है, प्लास्टिक की रेलिंग लगाई जा रही है। जहां पर यह नहीं है वहां सफेद पट्टी खींचकर मार्किंग भी की गई है। ताकि लोगों को नजर आए कि सड़क का कितना हिस्सा लेफ्ट फ्री छोड़ना है। इसके बाद भी लोग लेफ्ट टर्न फ्री नहीं छोड़ रहे हैं। दिल्ली-बेंगलुरु में लेफ्ट फ्री नहीं छोड़ने वालों पर कार्रवाई दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में लेफ्ट फ्री का सख्ती से पालन किया जाता है। लेफ्ट टर्न खाली नहीं छोड़ने वाले वाहन चालकों से जुर्माना वसूल किया जाता है। उनका प्रकरण सीधे कोर्ट भेजा जाता है। रायपुर में इस तरह की सख्ती नहीं है। पुलिस वाले लेफ्ट साइड खाली नहीं छोड़ने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई नहीं करती है और न ही उन्हें वहां से हटाती है। सख्ती बरतनी होगी: एक्सपर्ट हर चौक और सिग्नल पर लेफ्ट फ्री होना चाहिए। यह लोगों की जिम्मेदारी है कि सिग्नल पर खड़े हुए हैं तो अपने लेफ्ट साइड की सड़क को खाली रखें। जल्दबाजी के चक्कर में वहां जाकर खड़े न हो जाएं। पुलिसवालों को भी इसका सख्ती से पालन कराना चाहिए। अगर कोई पालन नहीं कर रहा है तो उनके ऊपर मोटरव्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई करना चाहिए। जहां सड़क चौड़ी है वहां लेफ्ट टर्न पर स्टॉपर या किसी भी तरह के बेरीकेड लगाने चाहिए। ताकि लोगों को इसकी आदत भी पड़े। – बलराम हिरवानी, रिटायर्ड ट्रैफिक अफसर