दुल्हन वही जो पिया मन भाए की एक्ट्रेस रामेश्वरी के साथ शूटिंग के दौरान ऐसा हादसा हुआ कि इनके दिन ही फिर गए. पहले रामेश्वरी के आगे जो डायरेक्टर डेट के लिए लाइन लगा कर खड़े रहते थे, उन्होंने उन्हें काम तक देने से मना कर दिया था.
ये दास्तां उस एक्ट्रेस की है जिसे बॉलीवुड में हीरोइन्स के लिए तय मापदंड से परे जाकर काम मिला. पहली ही फिल्म से ऐसी शौहरत मिली की डायरेक्टर्स की लाइन लग गई. कहा तो ये भी जाता है कि उस वक्त इस एक्ट्रेस से दूसरी एक्ट्रेस खार खाने लगी थीं. वो बॉलीवुड के शीर्ष की तरफ बढ़ती जा रही थीं. लेकिन इस एक्ट्रेस की किस्मत ने भी उसका कोई खास साथ नहीं दिया. शूटिंग के दौरान ही इस एक्ट्रेस के साथ ऐसा हादसा हुआ कि दिन ही फिर गए. जो डायरेक्टर डेट के लिए लाइन लगा कर खड़े रहते थे उन्होंने काम तक देने से मना कर दिया. पहले शौहरत और फिर इस दर्दनाक हादसे से गुजरने वाली एक्ट्रेस हैं रामेश्वरी.
आंध्र प्रदेश के काकीनाडा की ताल्लूरी रामेश्वरी की बड़ी बड़ी सी आंखें, भोली सी मुस्कान और सांवली सी सूरत देखकर उनकी सहेलियां उन्हें हीरोइन ही कहा करती थी. बचपन से ही रामेश्वरी खुद भी हीरोइन ही बनना चाहती थीं. 1975 में वो अपना शहर छोड़ कर एक्टिंग सीखने पुणे आ गईं. उस वक्त किस्मत पूरी तरह से रामेश्वरी के साथ थी. ये वही समय था जब राजश्री प्रोडक्शन अपनी फिल्म “दुल्हन वही जो पिया मन भाए’ के लिए ऐसी ही सलोनी सूरत तलाश रहे थे. जो ग्लैमर से जुड़ी न नजर आए. रामेश्वरी उनके पैमाने पर बिल्कुल फिट बैठीं. इस फिल्म के रिलीज होते ही रामेश्वरी की शौहरत को पर लग गए. इसके बाद वो तेलुगु मूवी सीता मां लक्ष्मी के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्म फेयर अवॉर्ड जीतने में कामयाब रहीं और मिथुन चक्रवर्ती के साथ मेरा रक्षक मूवी भी खासी हिट साबित हुई.किस्मत ने दिया धोखा
रामेश्वरी जिस तेजी से बॉलीवुड की नंबर वन हीरोइन बनने की तरफ बढ़ रही थीं, उतनी ही तेजी से वो नीचे गिरीं. दोष उनका नहीं उनकी किस्मत का था जिसने उनका साथ देने से इंकार कर दिया. बात 1979 की है. रामेश्वरी सुनैना नाम की फिल्म के लिए एक नेत्रहीन लड़की बनी थीं. एक सीन में हॉर्स राइडिंग करते हुए वो गिर पड़ीं और उनकी आंख में चोट आ गई. चोट इतनी भयानक थी कि अमेरिका के डॉक्टर्स ने उन्हें पूरे नौ महीने आराम करने की सलाह दी और उसके बाद ऑपरेशन हुआ. उसके बाद जब रामेश्वरी ने वापसी की तब उन्हें न पहले जैसा काम मिला न पहले जैसी पहचान मिली. हिंदी और दक्षिण भारतीय सिनेमा दोनों ने उन्हें काम देने से इंकार कर दिया. जिसके बाद वो कैरेक्टर रोल करने पर मजबूर हो गईं.