Parents Bad Habits Impact on Kids : कहते हैं कि बच्चे के पहले टीचर उसके पेरेंट ही होते हैं। बच्चा अपने पेरेंट को देखकर ही सीखता है। ऐसे में पेरेंट की जिम्मेदारी है कि अपने बिहेव पर ध्यान दें।

कहते हैं कि बच्चे हर पेरेंट के लिए नए जीवन की तरह होते हैं। पेरेंट एक इंसान के रूप में चाहें कितनी भी गलत आदतों का आचरण या खराब व्यवहार करता हो लेकिन बच्चों के जीवन में आ जाने से उसे बदलना ही चाहिए क्योंकि आपके व्यक्तित्व से बच्चा प्रभावित होता है। ऐसे में अगर आपकी आदतें सही नहीं है, तो कहीं न कहीं बच्चे पर भी इसका असर पड़ता ही है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि कुछ आदतों में बदलाव करें। जैसे, आमतौर पर पेरेंट में कुछ आदतें होती हैं, जो बच्चों पर गलत असर डालती हैं।

एक-दूसरे पर चिल्लाना 
अगर पति-पत्नी एक-दूसरे पर चिल्लाते हैं, तो इसका असर बच्चोंं पर पड़ता है। बच्चा भी चिल्लाकर बात करना शुरू कर देता है। उसके व्यवहार में रूखापन, गुस्सा देखने को मिलता है। वह दूसरे बच्चों पर रोब जमाने की कोशिश करता है।

शराब या दूसरा नशा करना 
जिस बच्चे ने हमेशा से अपने पेरेंट को शराब पीते हुए देखा है, उस पर क्या असर पड़ेगा? पेरेंट के ऐसा करने से बच्चा भी इस आदत को सीख सकता है। इसके अलावा उसमें भी उत्सुकता बढ़ती है कि इसे पीने से क्या होता है।

 

दूसरों की बुराई करना 
आपने कई बच्चों को देखा होगा, जिनका ध्यान बच्चों के साथ खेलने से ज्यादा बड़ों की बातों पर रहता है। इसका कारण यह है कि वे बड़े की बातों पर ध्यान देते हैं और फिर उन्हें भी गॉसिप करने की आदत लग जाती है।

भेदभाव भरी बातें करना 
बच्चे जाति, लिंग, भाषा, क्षेत्र आदि के बारे में भेदभाव भरी बातें भी अपने बड़ों से ही सीखते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर बच्चे के पिता उसकी मां को कमतर समझते हैं या फिर हमेशा भला-बुरा कहेंगे, तो बच्चा भी यही सीखेगा।

हर किसी को बुरे तरीके से ट्रीट करना 
बच्चे अपने पेरेंट को फॉलो करते हैं। ऐसे में अगर आप हर किसी से बुरा व्यवहार करेंगे, तो बच्चा इस व्यवहार को ही सही मान लेगा। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप अपने व्यवहार में सुधार लाएं।

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