भास्कर न्यूज | राजनांदगांव विश्व हिंदू परिषद प्रांत छत्तीसगढ़ के आव्हान पर संतों के द्वारा निकाली गई सामाजिक समरसता यात्रा का रविवार को नगर आगमन हुआ। 25 दिसंबर से नर्मदा गंडई से प्रारंभ होकर संपूर्ण खंड की यात्रा कर सामाजिक समरसता का संदेश देते हुए निकली यात्रा का समापन 31 दिसंबर को राजनांदगांव में होगा। सात दिवसीय यह यात्रा गंडई, छुईखदान, खैरागढ़, डोंगरगढ़ , छुरिया, डोंगरगांव, अंबागढ़ चौकी, मोहला-मानपुर, दल्लीराजहरा, बालोद एवं डौडीलोहारा होकर अपने अंतिम पड़ाव पर राजनांदगांव पहुंच चुकी है। यात्रा से संतों द्वारा यह सामाजिक समरसता का जनता को संदेश दिया जा रहा है कि हमारे धर्म में उंच-नीच एवं छुआछूत जैसी विकृति का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। जिन मार्गों से यह यात्रा जा रही है उन रास्तों में पड़ने वाले ग्रामों में भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहकर संतों की वाणी को सुन रहे हैं। यात्रा के उद्देश्य को समझकर उत्साह पूर्वक श्रद्धा से संतों का स्वागत कर रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष योगेश बागड़ी ने अनुरोध किया है कि संत जो समाज के लिए महत्वपूर्ण विचार हमारे सामने लाने यात्रा कर रहे हैं उससे जुड़ें और संतो की वाणी, मार्गदर्शन का अवश्य लाभ लें। आज िवभिन्न गांवों में पहुंचेगी समरसता यात्रा सोमवार को यात्रा सुबह 9 बजे राजनांदगांव से अर्जुनी दीवानझिटीया, तुमड़ीबोड, इंदामारा,सकुल दैहान, ठेलकाडीह, घुमका, सोमनी, सुरगी, जंगलेसर एवं हल्दी होकर वापस राजनांदगांव पहुंचेगी। मंगलवार को यात्रा राजनांदगांव शहर के विभिन्न मंदिरों एवं समाज के प्रबुद्धजनों के साथ व्याख्यान कर यात्रा के मूल उद्देश्यों पर प्रकाश डालेगी। शाम 4 बजे राजनांदगांव के जयस्तंभ चौक में यात्रा का समापन किया जाएगा। समापन अवसर पर संतो द्वारा जय स्तंभ चौक में संबोधन किया जाएगा।