भास्कर न्यूज | महासमुंद महासमुंद ब्लॉक के ग्राम पंचायत घोड़ारी में महतारी वंदना योजना लाभ लेने का वाली शिक्षिका नीलम गोस्वामी के खिलाफ कोतवाली महासमुंद में 420 का मामला दर्ज कर लिया गया है। महिला बाल विकास के अधिकारी ने मामले में केस दर्ज कराया है। बताना होगा कि गलत तरीके से फर्जी दस्तावेज बनाकर लाभ दिलाने के मामले में शिक्षिका के पति घोड़ारी सचिव रमाकांत गोस्वामी को जिला पंचायत सीईओ एस आलोक ने एक दिन पहले ही निलंबित कर दिया था। सचिव गोस्वामी के द्वारा अपनी पत्नी नीलम गोस्वामी जो कि शिक्षक है के नाम पर महतारी वंदन योजना के फॉर्म गलत जानकारी देकर भरा था और अनैतिक तरीके से उनके पत्नी जो कि ग्राम केशवा में पदस्थ है के खाते में राशि प्राप्त किया गया। करीब 1 साल से योजना का लाभ ले रही थी। रमाकांत गोस्वामी सचिव ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुनीता जोगी की आईडी लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को बिना जानकारी दिए अपनी शिक्षा कर्मी पत्नी नीलम गोस्वामी के नाम पर महतारी वंदन योजना का फॉर्म गलत जानकारी देकर भर दिया था और पिछले एक साल से नीलम गोस्वामी शिक्षा कर्मी ग्राम केशवा के खाते में महतारी वंदन योजना की राशि जमा हो रही है। सीईओ आलोक ने शासकीय सेवक को गलत जानकारी देकर अनुचित लाभ प्राप्त करने और शासकीय नियमों के विपरीत पाए जाने पर रमाकांत गोस्वामी के कृत्य पर निलंबित कर दिया है। मामले में न केवल फर्जी तरीके से महतारी वंदना योजना में लाभ लिया जा रहा था। बल्कि नीलम गोस्वामी जो पेशे से शिक्षाकर्मी है वह ग्राम घोड़ारी की निवासी भी नहीं है। महतारी वंदन योजना के फॉर्म में जमा किए गए आधारकार्ड में क्लब पारा महासमुंद का पता लिखा हुआ है। इस तरह दस्तावेज में छेड़छाड़ कर फर्जीवाड़ा किया गया है। ताकि इसकी जानकारी न हो सके।