कोंडागांव के ग्राम पंचायत चिलपुट्टी में श्रद्धा और भक्ति का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है। बिहारी कुंज रामायण मंडली और ग्रामवासियों के सहयोग से 27 जनवरी से 2 फरवरी तक श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। कथा के चौथे दिन वृंदावन से पधारे कथावाचक श्रद्धेय लक्ष्मण महाराज ने श्रद्धा और भक्ति का महत्व समझाते हुए कहा कि श्रद्धा की शक्ति, धन और अस्त्र-शस्त्र की शक्ति से भी अधिक प्रभावशाली होती है। सबसे बड़ा धर्म क्या है? कथावाचक लक्ष्मण महाराज ने बताया कि धर्म की प्राप्ति के लिए मनुष्य के हृदय में सबसे पहले श्रद्धा का होना आवश्यक है और वर्तमान युग में श्रद्धा का बीजारोपण करना ही सबसे बड़ा धर्म है। शबरी और सुदामा के प्रसंग का उदाहरण महाराज ने प्रयागराज महाकुंभ का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां उमड़ रहा विश्व आस्था का सैलाब श्रद्धा की शक्ति का ही प्रमाण है। उन्होंने शबरी और सुदामा के प्रसंग से समझाया कि भगवान को पाने के लिए निष्काम भक्ति भाव आवश्यक है। ज्ञान की गंगा में डुबकी लगाने पहुंचे भक्त इस दिव्य आयोजन को लेकर पूरे गांव में उत्साह का माहौल है। कोंडागांव विकासखंड के दूर-दराज के इलाकों से भी श्रद्धालु इस ज्ञान गंगा में डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं। यह सात दिवसीय कथा का समापन 2 फरवरी बसंत पंचमी के दिन होगा।

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