भिलाई की शहर सरकार के मंत्री लक्ष्मीपति राजू पर उन्हीं के समाज के व्यक्ति वी नागेश्वर राव ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने आरोप लगाया लक्ष्मीपति राजू ने पद का दुरुपयोग करके उसके खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराया। जब उन्होंने पुलिस के खिलाफ पीएमओ में शिकायत की तो उन्हें परेशान किया जा रहा है। वी नागेश्वर राव सीएसपीडीसीएल के नियमित कर्मचारी हैं। वो भिलाई के निवासी हैं। उन्होंने मीडिया को बताया कि भिलाई निगम के पार्षद और कांग्रेस नेता लक्ष्मीपति राजू के खिलाफ जब उन्होंने जानकारी इकट्ठा करना शुरू किया तो उन्होंने उससे दुश्मनी पाल ली। उसने उसे तीन से चार झूठे मामले में फंसाया। वी नागेश्वर राव ने मीडिया को सीडीआर, गूगल लोकेशन और कई अन्य ऐसे दस्तावेजी सबूत दिखाए और आरोप लगाया कि जिस दिन जिस जगह पर लक्ष्मीपति राजू ने उन पर चाकू से हमला करने का आरोप लगाया वो उस दिन और समय पर तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल के कार्यक्रम में थे। उस कार्यक्रम में खुद लक्ष्मीपति राजू भी मौजूद था। ऐसे में एक इंशान दो-दो जगह एक साथ एक समय पर कैसे रह सकते हैं। उन्होंने पुलिस पर झूठी कार्रवाई का आरोप लगाया। राव ने कहा कि पुलिस ने बिना घटना के बारे में जांच किए उसके खिलाफ मामला दर्ज किया और उसे जेल भेज दिया। जब उन्होंने इस मामले की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय में की और उसकी जांच शुरू हुई तो पुलिस विभाग के आला अधिकारी अपने मातहत अधिकारियों को बचाने में लगे हैं। उन्हें जबरदस्ती नोटिस देकर थाने बुलाया जा रहा है और परेशान किया जा रहा है। शहर मंत्री ने कहा सभी आरोप आधारहीन इस बारे में लक्ष्मीपति राजू का कहना है कि वी नागेश्वर राव कुछ भी आरोप लगाता है। उसके लगाए आरोप यदि कहीं से सही हों तो वो उसके बारे में सफाई दें। जब उनके खिलाफ कोई मामला या आरोप है ही नहीं तो वो उसके बारे में कोई पक्ष नहीं रखना चाहते हैं। फर्जी जाति प्रमाणपत्र से लड़ा चुनाव वी नागेश्वर राव ने कहा कि लक्ष्मीपति राजू उनके समाज का है और राजपूत समाज से आता है। इसके बाद भी उसने निगम का पहला चुनाव ओबीसी वर्ग से लड़ा। उन्होंने इसकी शिकायत की मामले को कोर्ट में ले जाने के लिए कहा गया। राव ने कहा कि यदि लक्ष्मीपति राजू ओबीसी हैं तो फिर उन्होंने आगे के चुनाव जनरल से क्यों लड़े। उनके बच्चों के पास ओबीसी प्रमाण पत्र क्यों नहीं है।