मोवा ओवरब्रिज की मरम्मत के दूसरे भी सैकड़ों लोग जाम में फंसकर परेशान हुए। 7 जनवरी तक काम पूरा करने का लक्ष्य है उसके बाद भी लोगों को जाम में फंसने से बचाने कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं निकाला जा रहा है। ओवरब्रिज बंद होने पर मोवा, सड्डू की ओर से आने वालों के लिए अंडरब्रिज विकल्प है, लेकिन ये संकरा है, इस वजह से यहां भी जाम लग रहा है। इसके बावजूद पीडब्ल्यूडी या ट्रैफिक पुलिस की ओर से अंडरब्रिज की व्यवस्था सुधारने के कोई प्रयास नहीं किए गए। यही वजह है कि केवल 400 मीटर का अंडरब्रिज पार करने में कार वालों को आधे से पौन घंटे तक लग रहे। सुबह और शाम को भीड़ के पीक समय में एक-एक घंटे फंसना पड़ रहा है। स्थिति की पूरी जानकारी होने के बावजूद काम सुबह जल्दी चालू करवाकर तय समय यानी सात जनवरी के पहले खत्म करवाने के कोई अतिरिक्त प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। शुक्रवार को हजारों को लोग अंडरब्रिज में फंसे, इसके बावजूद शनिवार को ओवरब्रिज पर सुबह 10 बजे के बाद ही काम चालू किया गया। सरकार से जुड़ी एजेंसी के अफसरों का कहना है कि अगर सन लाइट में काम करवाना है तो सुबह 7 बजे चालू करवाया जा सकता है। इससे काम पूरा होने में कम समय लगेगा और लोगों को जल्द से जल्द राहत मिल जाएगी। भास्कर लाइव – शाम को हालात ज्यादा खराब शनिवार की शाम 5 बजे लोधीपारा चौक। पंडरी और मोवा की तरफ गाड़ियों की लंबी कतार। 5.10 बजे के करीब स्कूल की बस अंडर ब्रिज के अंदर गई। भीतर टर्निंग प्वाइंट पर चालक बस नहीं टर्न कर पा रहा था। अंडरब्रिज के अंदर सिर्फ गाड़ियों का हार्न और लाइट दिखाई दे रही थी। काफी देर की मशक्कत के बाद बस टर्न हुई और आगे बढ़ी। उसके बाद भी अंडरब्रिज को पार करने में बस को करीब 1 घंटे लग गए। मंडीगेट रेलवे क्रासिंग पर भी जाम
मंडीगेट रेलवे क्रासिंग। ये मोवा से शहर और शहर से मोवा की ओर जाने वालों के लिए अंडरब्रिज के अलावा दूसरा विकल्प है। इसकी दूरी ओवरब्रिज से करीब डेढ़ सौ मीटर है, लेकिन यहां की रेलवे क्रासिंग औसतन हर 10 मिनट में बंद हो जाती है। जानिए दूसरे दिन कितना हुआ काम
मोवा ओवरब्रिज की लंबाई कुल 800 मीटर है। दूसरे दिन 500 मीटर डामर उखाड़ दिया है। रविवार की छुट्टी वाले दिन भी ओवरब्रिज पर डामरीकरण का काम किया जाएगा। पीडब्ल्यूडी के अफसरों के मुताबिक कोशिश है कि एक दिन पहले काम पूरा कर ओवरब्रिज को खोल दिया जाएगा।