छत्तीसगढ़ के पहले डीजीपी IPS श्रीमोहन शुक्ला का निधन हो गया है। उन्होंने 85 साल की उम्र में भोपाल में अंतिम सांस ली है। जोगी सरकार के दौरान वे सीजीपीएससी में अध्यक्ष पद पर भी रहे। करीब 3 महीने पहले उनके बेटे ने भोपाल में हाथ और गले की नस काट कर सुसाइड कर लिया था। श्रीमोहन शुक्ला को एक नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ का पहला डीजीपी बनाया गया था। 26 मई 2001 तक वह इस पद पर बने रहे। इसके बाद रामलखन सिंह का नया डीजीपी बनाया गया। जोगी के मुख्यमंत्री कार्यकाल में वो 2001 से 2004 के बीच छत्तीसगढ़ पीएससी के अध्यक्ष रहे। शुक्ला ने मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बतौर SP भी अपनी सेवाएं दी। डिप्रेशन की वजह से बेटे ने किया था सुसाइड श्रीमोहन शुक्ला के 54 साल के बेटे तुषार शुक्ला ने अक्टूबर 2024 में भोपाल स्थित घर पर सुसाइड कर लिया था। उसने ब्लेड से खुद के गले और कलाई की नस काट ली थी। परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन उससे पहले ही मौत हो चुकी थी। पुलिस पूछताछ में उनके डिप्रेशन की बात सामने आई थी। नवा रायपुर पुलिस मुख्यालय में दी गई श्रद्धांजलि श्रीशुक्ला के निधन पर छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय, नया रायपुर में पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। छत्तीसगढ़ पुलिस से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए कैंडिडेट्स ने भर्ती के लिए हर स्टेप पर पैसा दिया:छत्तीसगढ़ में पुलिस भर्ती घोटाले के सबूत वॉट्सऐप से मिले; रिश्वत ऑनलाइन दी गई छत्तीसगढ़ में पुलिस भर्ती घोटाले में एसआईटी ने अपनी जांच पूरी कर ली है। टीम अपनी फाइनल रिपोर्ट 15 जनवरी को सौंपेगी। इसमें शामिल पुलिसकर्मियों को मोबाइल से अहम सबूत मिले हैं। जांच में ये बात सामने आई है कि पुलिस भर्ती परीक्षा में जांच के हर स्तर पर पैसों का लेनदेन हुआ है। पढ़ें पूरी खबर…