भास्कर न्यूज | जांजगीर नगर पालिका में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बैठक को लेकर रोजाना कोई न कोई विवाद सामने आ रहा है। नगर पालिका में दो जनवरी को पार्षदों की विशेष बैठक रखी गई थी। उसमें डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा अनावरण सहित 13 एजेंडों पर चर्चा की जानी थी, पर उस बैठक को नगर पालिका अध्यक्ष ने असंवैधानिक बताते हुए रद्द करने और नियमानुसार बैठक कराने के लिए सीएमओ को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने िलखा है िक परिषद के विशेष सम्मेलन की सूचना 30 िदसंबर को जारी की गई और बैठक 2 जनवरी को आयोजित की जा रही है। पालिका के अधिनियम के धारा 56 (3) के तहत विशेष सम्मेलन के लिए प्रत्येक पार्षद को पूरे 3 दिवस पूर्व पत्र भेजकर बैठक कराई जानी चाहिए, पर आपके द्वारा केवल 2 दिन ही पहले पत्राचार कर परिषद की बैठक की जा रही है, जो कि विधि के विपरीत है। ऐसे में बैठक विधि सम्मत नहीं होने के कारण अमान्य होगी। उनका आरोप है कि बैठक नगरपालिका उपाध्यक्ष आशुतोष गोस्वामी से अनुमोदन लेकर 2 दिवस के भीतर कराई जा रही है, जबकि अध्यक्ष के रहते उनका अनुमोदन लिए बिना 02 जनवरी 25 को बैठक रखी गई है, जिसको निरस्त करते हुए नियमानुसार आगामी तिथि निर्धारित कर सामान्य सभा की विशेष बैठक कराई जाए। डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर चर्चा करना नहीं चाहते अध्यक्ष मामले में नगर पालिका उपाध्यक्ष आसुतोष गोस्वामी ने बताया कि विशेष सम्मेलन करने के लिए उन्होंने सीएमओ से कहा था। इसमें हमने आवेदन देकर डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा का जबरदस्ती अनावरण करने के एजेंडे को शामिल कराया इसलिए वे बैठक कराने से बच रहे हैं। सबकी सहमति के बिना प्रतिमा का मनमानी ढंग से विधायकों के साथ अनावरण कराया जाना ठीक नहीं है।