भास्कर न्यूज| मालखरौदा क्षेत्र के सालों से बदहाल हो चुकी नहरों की मरम्मत कराई जाएगी। इसके चलते 15 शाखा नहरों में रबी फसल लगाने के लिए किसानों को पानी नहीं मिल पाएगा। ऐसे में ग्रीष्मकालीन फसल लगाने वाले कई किसान अपनी स्वयं की व्यवस्था से इसकी खेती करेंगे। बदहाल नहर की मरम्मत के कारण मालखरौदा ब्लॉक के कुरदा वितरक नहर अंतर्गत पोता उप वितरक किरकर माइनर, नगझर-करिगांव माइनर, उनकी सभी 15 शाखा नहरों में पानी नहीं दिया जाएगा। इसी प्रकार मोहनदीकला उप वितरक नहर, सभी उनके शाखा नहर, डूमरभाटा उप वितरक नहर की सभी शाखा में मरम्मत और सुधार कार्य के चलते ग्रीष्मकालीन फसल के लिए पानी नहीं दिया जाएगा। ब्लॉक से गुजरे कुरदा वितरक नहर अंतर्गत पोता उप वितरक, माइनर और उनके अंतर्गत आने वाले 15 शाखा नहरों के अलावा पोता उप वितरक के कलमी माइनर, कलमी माइनर के पोता सब माइनर, कुरदा वितरक के पोता उप वितरक, पोता उप वितरक के सारसडोल माइनर, कुरदा वितरक की चारपारा माइनर, पिहरीद माइनर के सतगढ़ सब माइनर पिहरीद माइनर के सारसडोल सब माइनर, कुरदा वितरक के नगझर माइनर, कुरदा वितरक के चरौदी माइनर, चरौदी माइनर के चरौदी सब माइनर, किरकार माइनर के जमगहन सब माइनर, करीगांव माइनर के सब माइनर नहर, कुरदा वितरक के करिगांव माइनर, कुरदा वितरक के किरकार माइनर, नगझर माइनर के चारपारा सब माइनर के अलावा कुरदा वितरक नहर के अंतर्गत कुरदा उप वितरक बड़े सीपत माइनर, नवापारा माइनर, बरपाली माइनर, चारपारा माइनर और उसके अंतर्गत 10 नग शाखा नहरों में पानी नहीं दिया जाएगा। मरम्मत के साथ नई नहर भी बनाई जाएगी ^मालखरौदा ब्लाक के अंतर्गत कई जगहों की नहर बदहाल हो चुकी है। जिसकी मरम्मत कराई जाएगी। इसके अलावा जो कई नए कार्य स्वीकृत हुए हैं, जिनका कार्य कराया जाना है। -अरुण पांडे, एसडीओ जल संसाधन विभाग मालखरौदा