संजय पाठक/राजकुमार मधुकर
ट्रेन में तंबाकू उत्पादों, बीड़ी-सिगरेट जैसे प्रतिबंधित उत्पादों की बिक्री रोकने के लिए रेलवे ने ठेके पर वेंडर्स की व्यवस्था बनाई है। पर इसे ठेकेदार ही तार-तार कर रहे हैं। वे 15 से 20 हजार रुपए डिपॉजिट लेकर तय 25 आईडी की जगह 70 आईडी तक जारी कर रहे हैं। वेंडर्स से भी रोज 500 रुपए तक वसूलते हैं। इन आईडी पर वेंडर्स को ट्रेन में कोई भी सामान बेचने की छूट होती है। अगर वेंडर्स के खिलाफ जीआरपी या आरपीएफ द्वारा कार्रवाई की जाती है, तो ठेकेदार को सिर्फ एक फोन करना होगा और मामला रफ-दफा हो जाता है। रेलवे के हर डिवीजन में अवैध वेंडर्स रखे जाने का यह खुलासा डीबी स्टार के स्टिंग में हुआ है।
ठेकेदार को आईडी बांटने का अधिकार नहीं है। ऐसा है, तो ये अवैध है। अब तक वेंडर की हमें शिकायत नहीं मिली है। आप बता रहे है तो मैं इसकी जांच करवाकर कार्रवाई करता हूं।
-अवधेश त्रिवेदी, सीनियर डीसीएम