रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि सशस्त्र बलों की वीरता और प्रतिबद्धता वैश्विक स्तर पर भारत के बढ़ते कद के पीछे मुख्य कारणों में से एक है और यह अब सबसे शक्तिशाली देशों में से एक है.

नई दिल्ली: 

विजयदशमी के मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने तवांग में सैनिकों के साथ शस्त्र पूजा की. पूजा के बाद उन्होंने दोहराया कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. रक्षा मंत्री ने कहा कि बहादुर सशस्त्र बलों के जवानों की धार्मिकता और धर्म को विजयदशमी के त्योहार के लोकाचार का जीवित प्रमाण हैं. रक्षामंत्री ने अरुणाचल प्रदेश में अग्रिम चौकियों का दौरा किया और फॉरवर्ड पोस्ट पर सेना की तैयारियों का जायजा लिया.

पूरे देश को सशस्त्र बलों पर गर्व-राजनाथ सिंह

रक्षामंत्री ने वास्तविक नियंत्रण रेखा यानि कि एलएसी पर तैनात सैनिकों से बातचीत की. रक्षामंत्री ने सैनिकों की अडिग भावना, अटूट प्रतिबद्धता और अद्वितीय साहस के प्रति आभार जताया, जो कठिन परिस्थितियों में सीमाओं पर डटे रहते हैं. मुश्किल हालात में तैनात जवान हमेशा यह सुनिश्चित करते हैं कि देश और उसके लोग सुरक्षित रहें. राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि पूरे देश को सशस्त्र बलों पर गर्व है और वह उनके साथ खड़ा है.

दशहरा के मौके पर रक्षामंत्री की तवांग में शस्त्र पूजा और फिर चीन से लगी सीमा पर जवानों का हौसला बढ़ाना चीन को साफ संदेश देता है कि वह वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी हरकतों से बाज आए नहीं तो भारत उसको माकूल जवाब देने से हिचकेगा नहीं.रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तवांग में अग्रिम सैन्य स्थल पर सेना के जवानों के साथ दशहरा मनाया.सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे के साथ राजनाथ सिंह ने एलएसी पर भारत की सैन्य तैयारियों की व्यापक समीक्षा की और अटूट प्रतिबद्धता और अद्वितीय साहस के साथ सीमा की रक्षा करने के लिए सैनिकों की सराहना की.

भारत अब सबसे शक्तिशाली देशों में से एक

बुम-ला और कई अन्य अग्रिम चौकियों का दौरा करने के बाद सैनिकों के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि मौजूदा वैश्विक परिदृश्य के मद्देनजर देश के सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.रक्षामंत्री ने कहा कि रक्षा उपकरणों के स्वदेशी उत्पादन के माध्यम से देश के सैन्य कौशल को मजबूत करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘आप कठिन परिस्थितियों में जिस तरह से सीमा की रक्षा कर रहे हैं, उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए, कम है. मैं आपको बताना चाहता हूं कि देश के लोगों को आप पर गर्व है.’अपने संबोधन में उन्होंने सशस्त्र बलों के बहादुर जवानों की ‘सच्चाई और धर्म’ को विजयदशमी के त्योहार के लोकाचार का जीवंत प्रमाण बताया.

रक्षा मंत्री ने कहा कि सशस्त्र बलों की वीरता और प्रतिबद्धता वैश्विक स्तर पर भारत के बढ़ते कद के पीछे मुख्य कारणों में से एक है और यह अब सबसे शक्तिशाली देशों में से एक है. उन्होंने आर्थिक क्षेत्र में भारत की सफलता को देश की बढ़ती वैश्विक छवि के कारणों में से एक बताया. साथ ही यह भी कहा कि अगर सशस्त्र बलों ने देश की सीमा की प्रभावी ढंग से रक्षा नहीं की होती, तो इसका कद नहीं बढ़ता.

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