सीमेंट कंपनियों की मनमानी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। बिना किसी ठोस कारण कंपनियों ने शुक्रवार से प्रति बोरी कीमत 10 से 15 रुपए तक बढ़ा दी है। कंपनियों की ओर से इस संबंध में सभी डीलरों और सप्लायरों को एसएमएस भी भेजा गया है। कीमत में बढ़ोतरी के बाद थोक में सीमेंट 280-290 और चिल्हर में 300 से 320 रुपए में मिल रही है। कीमत बढ़ने के बाद लोगों के मकान बनाने का खर्चा भी बढ़ गया है। सप्लायरों का कहना है कि फैक्ट्री से ही सीमेंट महंगा मिल रहा है। ऐसे में कम कीमत में कैसे बेच सकते हैं। बाजार में 3 जनवरी को कम से कम 60 बोरी सीमेंट लेने पर सप्लायरों ने प्रति बोरी कीमत 300 से 320 रुपए तक वसूल किए। चिल्हर में यानी एक से पांच बोरी लेने पर 320 रुपए से भी ज्यादा वसूले जा रहे है। क्योंकि हर बोरी में लोडिंग-अनलोडिंग चार्ज भी जोड़ा जा रहा है। अप्रैल 2024 के बाद सीमेंट कंपनियों ने प्रति बोरी कीमत 50 रुपए तक बढ़ायी थी। उस समय एक बोरी सीमेंट की कीमत 350 रुपए तक पहुंच गई थी। इस मामले में जबरदस्त विवाद के बाद कंपनियों ने कीमत कुछ कम की, हालांकि इसके बाद भी ट्रांसपोर्टिंग शुल्क बढ़ने का हवाला देकर हर थोड़े दिन के अंतराल में कीमतें बढ़ाई जा रही हैं। ट्रांसपोर्टेशन का खर्च कम किया, फिर भी कीमत बढ़ाई छत्तीसगढ़ ट्रांसपोर्टेशन एसोसिएशन का दावा है कि सीमेंट कंपनियों ने ट्रांसपोर्टेशन का किराया 15 फीसदी तक कम कर दिया है। इसके बावजूद सीमेंट की कीमत बढ़ाई जा रही है। नियमानुसार ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा कम होने पर सीमेंट की कीमत घटाई जानी थी। लेकिन कंपनी वालों ने बेखौफ होकर कीमत बढ़ा दी। एसोसिएशन के आंचल सिंह भाटिया ने बताया कि कंपनी वाले पिछले साल से ही लगातार कीमत बढ़ा रहे हैं। विरोध होता है तो थोड़ी बहुत कीमत कम कर दी जाती है।

By

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *