सरगुजा के संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय को स्थापना के 17 सालों बाद नए भवन में स्थानांतरित किया जा रहा है। भकुरा में बने विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम के दो ब्लॉक में प्रशासनिक भवन का संचालन होगा। फिलहाल UTD को स्थानांतरित नहीं किया गया है। नए भवन तक पहुंचने के लिए सड़क और सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था किए बिना ही विश्वविद्यालय के ट्रांसफर का NSUI ने विरोध किया है। संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय की स्थापना वर्ष 2008 में की गई थी। विश्वविद्यालय का प्रशासनिक भवन हॉस्पिटल रोड में पुराने भवन को रिनोवेट कर शुरू किया गया, जो अब तक उसी भवन में संचालित हो रहा था। मकर संक्रांति को पूजा अर्चना के बाद विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन का नए बने भवन में ट्रांसफर शुरू कर दिया गया है। 220 एकड़ में विश्वविद्यालय का परिसर अंबिकापुर से करीब 8 किलोमीटर दूर भकुरा में विश्वविद्यालय परिसर का निर्माण 220 एकड़ भूमि पर किया गया है। यहां प्रशासनिक भवन के साथ एकेडमिक परिसर अलग से बनाया गया है। विश्वविद्यालय भवन के लिए 1340.97 लाख रुपए की स्वीकृति वर्ष 2018 में दी गई थी। वर्ष 2018 में पीडब्लूडी ने वर्क ऑर्डर जारी किया था। भवन का कार्य पूरा होने के बाद कुछ व्यवस्थाओं की कमी के कारण स्थानांतरण रुका रहा। कुछ कार्य अब भी पूरे नहीं हो सके हैं। 2 ब्लॉक में संचालित होगा प्रशासनिक भवन भकुरा में ऑडिटोरियम के 2 ब्लॉकों में विश्वविद्यालय का प्रशासनिक भवन संचालित होगा। विश्वविद्यालय भवन के अधूरे कार्य को पूरा करने 14.23 करोड़ रुपए का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। कार्य पूरा होने के बाद यूटीडी (यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमेंट) का भी ट्रांसफर किया जाएगा। यूटीडी का फार्मेसी विभाग दर्रीपारा के पुराने भवन में ही लगेगा। बाकी विभाग बस स्टैंड से लगे हायर सेकेंडरी भवन में चलती रहेंगी। यूटीडी में बायो टेक्नालॉली, पर्यावरण, फार्म फारेस्ट्री, कंप्यूटर साइंस, एलएलएम और डी.फार्मा के कोर्स संचालित हैं। नहीं बन सकी पक्की सड़क विश्वविद्यालय के नए भवन तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क अब तक नहीं बन सकी है। यह परिसर नेशनल हाईवे 343 से करीब 3 किलोमीटर अंदर है। यहां बारिश में पहुंचना दूभर होगा। NSUI ने किया स्थानांतरण का विरोध NSUI ने बिना सड़क एवं सुरक्षा के इंतजाम के बिना ही विश्वविद्यालय के स्थानांतरण का विरोध किया है। NSUI जिलाध्यक्ष हिमांशु जायसवाल ने इस स्थिति में विश्वविद्यालय भवन का स्थानांतरण गलत है। सुरक्षा के इंतजाम के बिना छात्राएं कैसे विवि में पहुंचेंगी। बिना पर्याप्त व्यवस्था के यूटीडी को भकुरा ले जाने का NSUI विरोध करेगी। जल्द पूरा कराया जाएगा शेष कार्य-कुलसचिव विश्वविद्यालय के कुलसचिव शारदा प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि पुराने प्रशासनिक भवन में कुलपति के चेंबर के बाहर कमरे की छत गिर गई थी। खतरनाक हो चुके भवन से बाहर किसी तरह विश्वविद्यालय का काम किया जा रहा था। इसलिए वर्तमान व्यवस्था में ऑडिटोरियम में संचालित करने का फैसला किया गया है। प्रशासनिक और एकेडमिक भवन का कार्य पूरा करने 14.23 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है। कार्य पूरा होने के बाद यूटीडी को शिफ्ट किया जाएगा। सड़क बनाने के लिए भी प्रयास किया जाएगा।