रायपुर के मेकाहारा में जांजगीर से आए हुए घायल गार्ड का सफल ऑपरेशन हुआ है। जांजगीर में 78 लाख रुपए लूटने के लिए बदमाशों ने उसके पैर पर फायरिंग कर दिया था। जिससे वह बुरी तरह लहूलुहान हो गया। उसे सिम्स अस्पताल बिलासपुर ले जाया गया जहां से रेफर करके रायपुर के मेकाहारा अस्पताल लाया गया। मेकाहारा अस्पताल में इस घायल मरीज का एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम ने इलाज किया। जिसे डॉक्टर राजेंद्र अहीरे लीड कर रहे थे। अहीरे के मुताबिक, मरीज के आते उसे प्रारंभिक उपचार दिया गया। फिर उसके इमरजेंसी में सभी जांच करवाई गई और सुबह रिपोर्ट आते ही ऑपरेशन शुरू किया गया। अस्थि रोग विभागाध्यक्ष डॉ. रविकांत दास के मार्गदर्शन में डॉ. राजेन्द्र अहिरे, डॉ. सौरभ जिंदल, डॉ. अजिन फिलिपोस, डॉ. मनोज पल्ली एवं एनेस्थीसिया के डॉ. ए. शशांक तथा डॉ. सर्वप्रिया की टीम ने करीब दो घंटे तक ऑपरेशन किया।
जांघ की फिमर हड्डी कई टुकड़ों में टूटी मरीज को बुलेट लेफ्ट जांघ में लगा था। जिससे फिमर हड्डी कई टुकड़ों में टूट गई थी। सर्जरी करके बुलेट निकाला और साथ में हड्डी को प्लेट से फिक्स कर दिया गया। बुलेट फिमोरल आर्टरी के करीब था। इसलिए बहुत ही सावधानीपूर्वक निकाला गया। उसके बाद हड्डी को फिक्स करने के लिए 10 होल का लम्बा लॉकिंग प्लेट लगाया गया।
ऑपरेशन चुनौतीपूर्ण इसलिए था कि बुलेट को निकालते – निकालते खून की नस के कटने का डर था, लेकिन डॉक्टरों की सूझबूझ की बदौलत नस को कोई नुकसान नहीं हुआ और ऑपरेशन सफल रहा।