जीतनराम मांझी ने कहा कि जब नीतीश कुमार ने बाहर जाने की ही बात कर दी, तो कसम कहां रह जाता है. उन्होंने कहा कि या तो पार्टी में शामिल हो जाओ, नहीं तो बाहर जाओ तो फिर मैं क्या करता.
नई दिल्ली:
बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन से अलग होने के बाद हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) ने एनडीए (NDA) में शामिल होने की घोषणा की है. इसको लेकर पिछले दो दिनों से पार्टी के संरक्षक और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपने बेटे पूर्व मंत्री संतोष सुमन के साथ बीजेपी के बड़े नेताओं से मिल रहे हैं. गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद वो बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिले. इसके बाद जीतन राम मांझी ने कहा कि राजनीति में कहीं ना कहीं तो शरण लेनी पड़ती है.
मांझी ने कहा कि जब हमारी पार्टी का जेडीयू में विलय करने की बात की, आविश्वास किया, जासूसी का आरोप लगाया तो हम क्या करते. हम तो निष्ठा के साथ काम करते हैं. राजनीति में कहीं ना कहीं तो शरण लेनी पड़ती है. उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार ने बाहर जाने की ही बात कर दी, तो कसम कहां रह जाता है. उन्होंने कहा कि या तो पार्टी में शामिल हो जाओ, नहीं तो बाहर जाओ तो फिर मैं क्या करता.
विपक्षी एकता नहीं बन पाएगी- मांझी
वहीं विपक्षी दलों की 23 जून को होने वाली बैठक को लेकर मांझी ने कहा कि नरेंद्र मोदी के सामने कोई नेता नहीं है. विपक्षी एकता नहीं बन पाएगी. उनका नेता कौन होगा, इसको लेकर कोई फैसला नहीं हो पाया है. अभी एनडीए के सामने देश में कोई विकल्प नहीं है.
जिनके पास पैसे होंगे, उन्हीं के पास जांच एजेंसी जाएगी- जीतनराम मांझी
नीतीश सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी के करीबी के घर पर छापेमारी पर मांझी ने कहा कि जिनके पास पैसे होंगे, उन्हीं के पास ही जांच एजेंसी पहुंचेंगी. हमारे यहां कहां आती है. जिनके पास अवैध धन होता है, अकूत संपत्ति होती है, उन्हीं के पास ये एजेंसी जाती है.
नीतीश कुमार का हम पर विश्वास नहीं रहा- संतोष सुमन
वहीं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार सरकार में पूर्व मंत्री संतोष सुमन ने कहा कि जब उनका विश्वास नहीं रहा तो क्या करते. इसलिए हमने गृह मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष से मुलाकात की. पहले ही मैंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
एनडीए से बाहर आने के बाद बदल गए हैं नीतीश कुमार- HAM
उन्होंने कहा कि जब नीतीश जी एनडीए से बाहर महागठबंधन में आए तो वह पूरी तरह बदल गए. अधिकारी से लेकर नीतियों तक में हम लोगों ने समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने. कसम हम लोगों ने नहीं तोड़ी है, जब नीतीश जी हम पर अविश्वास करने लगे तो क्या करते. सुमन ने कहा कि यह गठबंधन आगे बढ़ेगा. हम गरीबों और बिहार के विकास के लिए काम करेंगे.