बलरामपुर जिले के सात युवकों को कानपुर में बंधक बनाने का मामला सामने आया है। ये सातों युवक पहाड़ी कोरवा समुदाय के हैं। सातों को नौकरी का झांसा देकर कानपुर लाया गया था। इसके बाद उन्हें एक घर के कमरे में बंद कर दिया गया । तहसील राजपुर के गांव मुनवा के रहने वाले सात युवक आर्थिक तंगी परेशान होकर रोजगार की तलाश में गांव से बाहर निकले थे। इसी दौरान कुछ लोग इन्हें बड़े शहर में अच्छी नौकरी का लालच देकर कानपुर भेजा। लेकिन कानपुर पहुंचते ही इन युवकों को बंधक बना लिया गया। परिवार वालों ने पुलिस से की शिकायत कई दिनों तक जब युवकों की कोई खोज-खबर नहीं मिली तो परिवार वाले परेशान होकर राजपुर थाना पहुंचे। परिजनों ने पुलिस को बताया कि उनके बच्चों को जबरदस्ती बंधक बनाकर रखा गया है और उनकी रिहाई के लिए तुरंत कार्रवाई की जरूरत है। मामले में राजपुर थाना प्रभारी चंदन सिंह ने बताया कि शिकायत प्राप्त हुई है। शिकायत के बाद पुलिस पूरे मामले में जिस स्थान पर लोगों को बंधक बनाया गया है, वहां के थाना प्रभारी से बलरामपुर पुलिस ने समन्वय स्थापित कर लिया है। सभी लोगों को जल्द से जल्द उनके गृह ग्राम वापस लाया जाएगा। दलालों की भूमिका पर सवाल
स्थानीय दलालों की भूमिका इस घटना में सबसे अधिक संदिग्ध मानी जा रही है। यह लोग ग्रामीण युवकों को बड़े शहरों में रोजगार का झांसा देकर ले जाते हैं और वहां उन्हें बंधुआ मजदूरी या अन्य प्रकार के शोषण का शिकार बनाते हैं।

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