बिलासपुर संभाग के सबसे बड़े सिम्स मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। रेडियोलॉजिस्ट की कमी पूरी करने के लिए रायपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल से टेलीरेडियोलॉजी से रिपोर्ट ली जाएगी। इसी प्रकार उपकरण की खरीदी, स्मार्ट क्लास आदि के लिए 28 लाख रुपए की मंजूरी दी गई है। संभागायुक्त डॉ. महादेव कावरे की अध्यक्षता में गुरुवार को यहां छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) की स्वशासी समिति की बैठक में सुविधाओं में बढ़ोतरी के संबंध में कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक में चिकित्सा संस्थाओं में कार्यरत स्टाफ की सुरक्षा भी सुनिश्चित की गई। चिकित्सा संस्थानों में स्टाफ की सुरक्षा के उपाय होंगे संभागायुक्त ने चिकित्सा कर्मियों को मिले कानूनी संरक्षण को प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित करने, सुरक्षा और हिंसा रोकने के लिए समितियों का गठन करने, चिकित्सा कर्मियों के लिए सुरक्षा प्रावधान, रात के समय सुरक्षा गश्त, चौबीसों घंटे सुरक्षा नियंत्रण कक्ष की स्थापना, हेल्पलाइन नम्बर 112 के माध्यम से सुरक्षा सुनिश्चित करने कहा है। सिम्स हॉस्टल में 98 कैमरे, 100 और लगाए जाएंगे बैठक में सिम्स प्रबंधन ने बताया कि संस्थान में चिकित्सकों एवं नर्सों के आवासीय परिसरों व छात्रावासों में 98 सी.सी.टी.वी. कैमरे पहले से ही लगे हुए है, जिसकी निगरानी समय-समय पर की जा रही है। इसके साथ ही और 100 कैमरे लगाए जा रहे हैं। आयुष्मान मित्र मरीज के पास पहुंच कर करेंगे पंजीयन सिम्स अस्पताल में भर्ती मरीज जो इलाज के दौरान आयुष्मान रजिस्ट्रेशन कराने काउंटर में पहुंचने में असक्षम हो उन तक आयुष्मान मित्र खुद पहुंचकर मरीज का रजिस्ट्रेशन करेंगे। इसके लिए लैपटॉप खरीदने 23.85 लाख रूपए स्वीकृत किए गए हैं। संस्थान में रेडियोलॉजिस्ट की अनुपलब्धता को ध्यान में रखते हुए रेडियोडायग्नोसिस विभाग को रायपुर चिकित्सा महाविद्यालय से टेलीरेडियोलॉजी के माध्यम से रिपोर्टिग कार्य शुरु करने, सुपर स्पेशलिटी सिम्स कोनी में कार्यालयीन उपकरण, फर्नीचर और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के स्मार्ट क्लास के लिए 14.92 लाख की वित्तीय स्वीकृति दी गई।

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