बिलासपुर में छत्तीसगढ़ संगीत नृत्य महोत्सव के दूसरे संस्करण का आयोजन किया गया। शनिवार की शाम कार्यक्रम में कथक, वायलिन, बांसुरी और गायन की प्रस्तुति ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के पहले सत्र में नृत्यधारा डांस एकेडमी की निर्देशिका आंचल पांडेय के नेतृत्व में छात्रा पूर्वी चंद्रा, अनन्या साव, रुचि देवांगन, संस्कृति पांडेय ने कथक नृत्य की भावभीनी प्रस्तुति दी। इसके बाद कार्तिक कथक नृत्य केंद्र बिलासपुर की छात्राएं नित्या खत्री, आयुषी दुबे, अंजनी मिश्रा और संचिता दास ने रायगढ़ घराने पर आधारित कथक नृत्य की प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया। दूसरे सत्र में प्रदेश के लोकप्रिय युवा वायलिन वादक महेंद्र मोंगरे, बांसुरी वादक पुष्पराज डडसेना और सुप्रसिद्ध तबला वादक रामचंद्र सरपे द्वारा विभिन्न राग-रागिनियों पर आधारित शास्त्रीय वादन की प्रस्तुति दी। सम्मान सत्र में अतिथि पद्मश्री रामलाल बरेठ, डॉ. विनय कुमार पाठक और रश्मिलता मिश्रा ने आमंत्रित समस्त कलाकारों और विभिन्न सहयोगी संस्थाओं को सम्मानित किया। इस आयोजन के अंतिम सत्र में विख्यात गायक सुगम शिवाले और गायिका श्वेता शिवाले ने अपनी टीम के साथ देर रात तक श्रोताओं को गीत-गजलों से बांधे रखा।