कलेक्टर डाॅ फरिहा आलम सिद्दीकी ने कलेक्टोरेट में 5 दिव्यांग बच्चों को श्रवण यंत्र प्रदान किया गया। ये बच्चे पहले सुनने में असमर्थ थे, जिस कारण से इन्हें अपने दैनिक जीवन में बहुत सी व्यवहारिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। श्रवण यंत्र के होने से अब इनके जीवन में सुनने की समस्या से राहत मिला है। अब यह दूसरे लोगों की बात सुन पाएंगे और उनसे बातचीत कर अपनी बात रख पाएंगे, जो कि इनके जीवन के लिए एक वरदान स्वरूप बदलाव है। बरमकेला निवासी 13 वर्षीय छात्र तरूण को कलेक्टर डाॅ सिद्दीकी के समक्ष श्रवण यंत्र लगाकर यंत्र की जाँच की गई। तरूण न सुन पाते हैं न ही बोल पाते हैं, जब उनके कानों में श्रवण यंत्र लगाया गया, उसके पश्चात् कलेक्टर ने उनसे चर्चा की और पूछा कि क्या तरूण सुन पा रहा है, तरूण ने प्रतिउत्तर में मुंह खोलते हुए मुस्कान बिखेरते हां में जवाब दिया। तरूण की मुस्कुराहट ही उसके मन की खुशी का इजहार कर रहा था, वह पहली बार सुनने की शक्ति का आनंद लिया। इसी क्रम में ग्राम टिमरलगा सारंगढ़ निवासी रोहन मौर्या ( उम्र 9 वर्ष ) , पिंडरी ‘डी’ सारंगढ़ निवासी राजवीर बंजारे ( उम्र 9 वर्ष ), गोबरसिंघा बरमकेला निवासी कबीर सिदार ( उम्र 4 वर्ष ) एवं प्राथमिक स्कूल बरमकेला के छात्रा सोनिया सिदार ( उम्र 9 वर्ष ) को श्रवण यंत्र प्रदान किया गया। समाज कल्याण विभाग द्वारा श्रवण यंत्र के साथ कुल 36 बैटरियाँ भी दी गई। विभाग के अधिकारी ने बताया कि इसमें से प्रत्येक बैटरी कुल दो महीने तक चलेगी। इस यंत्र को पानी से भीगने से बचाना है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एफ आर निराला, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री एन एल इजारदार एवं समाज कल्याण विभाग के उप संचालक श्री विनय कुमार तिवारी उपस्थित थे