भारत की T20 टीम से बाहर होने के बाद संजू सैमसन का बयान आया है। उन्होंने कहा है कि आप लोगों को ये बात नहीं बता सकते कि आप ओपनर हैं या फिर फिनिशर, क्योंकि आप एक आयामी नहीं हो सकते।

टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन का मानना है कि पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने खुद को इस तरीके से तैयार किया है कि उन्हें कोई भी ‘एक आयामी क्रिकेटर’ यानी किसी एक भूमिका में खेलने वाले खिलाड़ी का तमगा नहीं दे सकता। सैमसन एशिया कप 2022 के बाद टी20 विश्व कप टीम में भी जगह नहीं बना सके, लेकिन समझते हैं कि भारतीय क्रिकेट के दिन प्रतिदिन बेहतर होने से राष्ट्रीय टीम के ‘एलीट’ 15 खिलाड़ियों में शामिल होना अब पहले से कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है।

उन्होंने कहा, ”मैंने पिछले कई वर्षों से विभिन्न भूमिकाएं निभाने पर काम किया है। मैं सहजता से बल्लेबाजी क्रम में किसी भी जगह बल्लेबाजी कर सकता हूं।” सैमसन का मानना है कि सफल होने के लिए एक खिलाड़ी को लचीला होना चाहिए। उन्होंने कहा, ”आपको खुद को एक ही स्थान पर समेटकर नहीं रखना चाहिए। आप लोगों को यह नहीं कह सकते कि मैं सलामी बल्लेबाज हूं या फिनिशर हूं। पिछले तीन-चार वर्षों में विभिन्न भूमिकाओं में खेलते हुए मेरे खेल में नया आयाम जुड़ गया है।”

27 साल के केरल के इस खिलाड़ी ने अभी तक सात वनडे और 16 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम में एक स्थान तलाशना चुनौतीपूर्ण है और इसके लिए भी काफी प्रतिस्पर्धा है। सैमसन ने एक सवाल के जवाब में कहा, ”यह वास्तव में चुनौतीपूर्ण हो गया है। भारतीय टीम में एक स्थान तलाशना वास्तव में चुनौतीपूर्ण है। टीम में शामिल खिलाड़ियों के बीच आपस में काफी प्रतिस्पर्धा है। जब ये चीजें होती हैं तो खुद पर ध्यान लगाना महत्वपूर्ण है।”

उन्होंने साथ ही कहा, ”मैं जिस तरह से प्रदर्शन कर रहा हूं, उससे खुश हूं। मैं सुधार करना चाहता हूं।” सैमसन गुरूवार से न्यूजीलैंड ए के खिलाफ लिस्ट ए के तीन मैचों में भारत ए की कप्तानी करते नजर आएंगे। अगर सैमसन यहां अपनी फॉर्म दिखाने में सफल होते हैं तो उनको निश्चित रूप से साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली वनडे इंटरनेशनल सीरीज के लिए कंसीडर किया जाएगा।

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