प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व में अदालत को बताया था कि संजय राउत और उनके परिवार को आवास पुनर्विकास परियोजना में कथित अनियमितताओं के जरिए जमा की गई एक करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि मिली थी।
पात्रा चॉल घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रडार पर आए शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का साथ मिला है। प्रियंका गांधी ने गुरुवार को कहा कि राउत और उनके परिवार पर इसलिए हमला किया जा रहा है क्योंकि वह भारतीय जनता पार्टी की छल-कपट की राजनीति से नहीं डरते। दूसरी ओर से शरद पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पूरे मामले पर अभी तक चुप्पी साध रखी है।
संजय राउत के खिलाफ ईडी के एक्शन के बाद प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘धमकी, छल, कपट से सत्ता हथियाना व लोकतंत्र को कुचलना भाजपा का एकमात्र लक्ष्य है। संजय राउत व उनके परिवार पर हमला इसलिए है क्योंकि वे भाजपा की छल-कपट वाली राजनीति से डरते नहीं हैं व उनका डट के सामना करते हैं। डर व धमकी कायरों के हथियार हैं, सच के वार के सामने ये टिकेंगे नहीं।’
एनसीपी की चुप्पी पर उठे सवाल
संजय राउत के घर छापेमारी से लेकर उनकी गिरफ्तारी और अब उनकी पत्नी को ईडी की ओर से तलब किए जाने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी है। राउत को गिरफ्तार किए जाने के बाद न तो पार्टी के किसी नेता कोई बयान सामने आया है और नहीं एनसीपी प्रमुख शरद पवार का कोई प्रतिक्रिया मिली है। बता दें कि जब महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी की सरकार शरद पवार की पार्टी भी शामिल थी। दो साल से अधिक समय तक सत्ता में साथ रहने के बाद भी एनसीपी की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है।
ईडी ने संजय राउत की पत्नी को किया तलब
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने संजय राउत की पत्नी वर्षा को एक स्थानीय चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए तलब किया है। ईडी ने इस मामले में एक अगस्त को राउत को गिरफ्तार किया था और बृहस्पतिवार को एक स्थानीय अदालत ने उनकी हिरासत अवधि को आठ अगस्त तक बढ़ा दिया।