रूस-यूक्रेन जंग को 100 से ज्यादा दिन हो गए हैं। इसी बीच रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि यदि पश्चिमी देश यूक्रेन को लॉन्ग रेंज की मिसाइलें मुहैया कराते हैं तो रूस नए ठिकानों पर हमला करेगा। उन्होंने कहा कि यूक्रेन को मिसाइलें देने का मतलब होगा कि संघर्ष को लंबा करना। अगर ऐसा होता है तो उन लक्ष्यों को निशाना बनाया जाएगा जिन्हें पहले नहीं टॉरगेट किया गया।
इधर, यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने दावा किया है कि अब तक हमने रूसी सेना के 31 हजार सैनिकों को मार गिराया है। यह आंकड़ा युद्ध शुरू होने यानी 24 फरवरी से 3 जून तक का है।
5 जून को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने देशवासियों के नाम एक वीडियो जारी किया। जेलेंस्की ने कहा कि वे सब कुछ जलाने और खत्म करने की तैयारी में हैं। वे धार्मिक स्थलों को भी निशाना बना रहे हैं। रूसी हमले में अब तक 113 चर्च नष्ट हो चुके हैं। इनमें से कई चर्च तो सालों पुराने हैं, जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भी सलामत बचे रहे।
वीडियो में जेलेंस्की ने देशवासियों और सैनिकों की हिम्मत की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि जब रूस ने हमला किया था तो किसी ने भी सोचा नहीं था कि हम दुश्मन का इतने दिनों तक मुकाबला कर पाएंगे, लेकिन हमने जिस तरह से रूसी सेना का सामना किया है आज दुनियाभर में हमारी तारीफ हो रही है। हमले के दौरान दुनियाभर के शीर्ष नेताओं ने मुझे यूक्रेन छोड़कर चले जाने की सलाह दी, लेकिन मैं अपने परिवार को छोड़कर कैसा जा सकता था।
जंग के बीच यूक्रेन की राजधानी कीव सहित कई शहरों में लोग वेल्स और यूक्रेन विश्व कप क्वालिफायर मैच देखते नजर आए। मैच में यूक्रेन की टीम 1-0 से हार गई और उसका वर्ल्ड कप का सपना टूट गया। रूस और यूक्रेन जंग की वजह से यह प्रतियोगिता 3 महीने देर से हुई है।