छत्तीसगढ़ के कांकेर में कुरना के प्रसिद्ध नदी वाले बाबा को जान से मारने की धमकी मिल रही है। बाबा ने नरहरपुर एसडीएम से गुहार लगाई है। कार्रवाई नहीं होने पर 14 जनवरी, मकर संक्रांति के दिन अन्न-जल त्याग कर समाधि पर बैठ जाने की चेतावनी दी है। बाबा ने छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री टंकराम वर्मा को पत्र लिखते हुए बताया कि गांव में हर साल शिवरात्रि के मौके पर होने वाला मेला स्थल सरपंच पति उमेश निषाद और भू माफियाओं द्वारा कब्जे की कोशिश की जा रही है। बाबा ने कहा कि इस कब्जे का विरोध करने के बाद उन्हें असामाजिक तत्वों द्वारा धमकियां दी जा रही हैं। उन्होंने एसडीएम से अपील की कि मेला स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि उनकी जान को खतरा न हो। अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो मकर संक्रांति से समाधि पर बैठने की चेतावनी नदी वाले बाबा ने एसडीएम को एक आवेदन भी दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि मेला स्थल से अतिक्रमण हटाने के लिए चार दिनों के भीतर कार्रवाई की जाए। यदि कार्रवाई नहीं की गई, तो 14 जनवरी, मकर संक्रांति के दिन वह अन्न-जल त्याग कर समाधि पर बैठ जाएंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। पंचायत अधिकारियों पर मिले होने और डरने का आरोप नदी वाले बाबा का आरोप है कि ग्राम पंचायत के पदाधिकारी डरे हुए हैं और इस अतिक्रमण पर चुप हैं, जिसकी वजह से अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण लगातार बढ़ रहा है और यदि अब कोई पहल नहीं की गई तो मेला स्थल की जगह कम होती जाएगी और मेला आयोजित करना मुश्किल हो जाएगा।

By

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *