गरियाबंद में धान परिवहन में हेराफेरी का मामला सामने आया है। खरीदी केंद्र से संग्रहण केंद्र के लिए भेजी गई धान की बोरिया कोयबा के एक ढाबे से बरामद हुई है। खाद्य निरीक्षक के छापेमार कार्रवाई के दौरान ढाबे से 15 बोरा धान और 165 लीटर डीजल मिला है, वही ट्रक ड्राइवर फरार है। पूछताछ में ढाबा संचालक के पास कोई लीगल पेपर नहीं निकला। बताया जा रहा है मैनपुर के अमलीपदर और गोहरापदर खरीदी केंद्र से धान लोड कर संग्रहण के लिए भेजा जा रहा था। बारदाना में लगे मुहर के आधार पर पहचान की गई है। खाद्य निरीक्षक अफसर ने पंचनामा कर आगे की कार्रवाई के लिए आला अफसरों को निर्देशित किया है। सरकारी धान में हेरफेर की शिकायत खरीदी केंद्र से धान भर कर संग्रहण केंद्र के लिए निकली ट्रक अक्सर कोयबा में नेशनल हाइवे से लगे एक ढाबे में रुका करती थी। शिकायत है कि यहां ढाबा संचालक के साथ मिल सरकारी धान में हेरफेर किया जाता था। सूचना के बाद खाद्य विभाग ने छापा मारा। मैनपुर एएफओ कुसुम लता ने कहा कि पंचनामा कर प्रतिवेदन जिला अधिकारी को भेजा जा रहा है, निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अब तक 10 ट्रक धान गायब हुई
बता दे कि देवभोग अमलीपदर संग्रहण केंद्र से अब तक 10 ट्रक धान गायब हो चुकी है। कुछ केस में आरोपी पकड़े गए है पर कुछ मामले अभी तक नहीं सुलझे है। परिवहन के लिए टेंडर किसी का भी लगे पर कुंडेल में नवापारा के स्थानीय एक ट्रांसपोर्टर को जिम्मा दिया जाता है। पहले धान भरे ट्रक के गायब करने के मामले में ट्रांसपोर्टर पर कार्रवाई हो चुकी है। रास्ते में गायब हो रहे धान पर हर्जाना खरीदी केंद्र देगी दरअसल खरीदी केंद्र से जितना भी वजन भेजा जाए उसको संग्रहण केंद्र में दोबारा वजन कराया जाता है। मात्रा में अंतर की भरपाई संग्रहण केंद्र वाले खरीदी केंद्र से कराते है। रास्ते में गायब हो रहे धान पर हर्जाना खरीदी केंद्र से लिया जाता है। खरीदी केंद्र प्रभारियों ने खरीदी केंद्र से धरम काटा किए गए पर्ची को मान्य करने की जायज मांग भी की है।