रायपुर| कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री पद के लिए मचे घमासान के बीच छत्तीसगढ़ की राजनीति में नया खेल शुरू हो गया है। दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के कांग्रेस में विलय की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। इस मुद्दे पर बातचीत के लिए जनता कांग्रेस की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली पहुंची हैं। यह मुलाकात आज ही हो सकती है। हो सकता है दोनों नेताओं के बीच बातचीत से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का भविष्य तय हो|
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और बसपा गठबंधन ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 7 सीटें जीती थीं। इसमें से 5 सीटें जकांछ की थी। मई 2020 में अजीत जोगी के निधन से एक सीट खाली हो गई।प्रदेश में अभी जनता कांग्रेस के 7 विधायक हैं और उनके इस विवाद में कूदने से मामले का रुख किधर जाएगा इसका आकलन सियासी पंडितों के लिए भी मुश्किल है। हालांकि अभी भूपेश बघेल दिल्ली पहुंचने वाले हैं ऐसे में सियासी घटनाक्रम क्या रुख लेता है उसे देखने की जरूरत होगी।
हालांकि इसे अभी तक सौजन्य मुलाकात बताया जा रहा है लेकिन इस मुलाकात का समय प्रदेश के सियासी हलचल के बीच रखे जाने से उसके राजनीतिक मायने भी निकाले जाने लगे हैं। कई का तो यहां तक कहना है कि जनता कांग्रेस जोगी का अब कांग्रेस में विलय होने की बात चल रही है। सियासी उफान के बीच यह मुलाकात घटनाक्रम को नए एंगल देता हुआ दिखाई दे रहा है। इसे प्रदेश के सत्ता के संघर्ष के सियासी चाल के रूप में भी देखा जा रहा है।