माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा घोषित 10वीं-12वीं के रिजल्ट से असंतुष्ट स्टूडेंट्स के लिए स्पेशल एग्जाम सितंबर में कराया जाएगा। इसके लिए छात्रों से 1 अगस्त से 10 अगस्त के बीच में फॉर्म भरवाए गए हैं, लेकिन परीक्षा फॉर्म भरने के बाद भी यदि कोई छात्र परीक्षा नहीं देना चाहता है तो वे 11 अगस्त से लेकर 15 अगस्त के बीच में अपना रजिस्ट्रेशन रद्द करा सकते हैं। परीक्षा 1 सितंबर से 25 सितंबर के बीच होगी। जो स्टूडेंट्स एग्जाम नहीं देना चाहते, उन्हें सितंबर के दूसरे हफ्ते में मार्कशीट मिलेगी।
MP बोर्ड के जनसंपर्क अधिकारी एसके चौरसिया ने बताया कि विशेष परीक्षा के लिए 1 अगस्त से 10 अगस्त के बीच एमपी ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किए गए हैं। एग्जाम में शामिल स्टूडेंट्स को विशेष परीक्षा के आधार पर दूसरा फाइनल रिजल्ट ही मान्य होगा। स्टूडेंट्स को एक रिजल्ट अभी मिल गया है, यदि वह परीक्षा देते हैं, तो उसका दूसरा रिजल्ट ही मान्य होगा।
यह शर्त थी:
जो स्टूडेंट दोबारा परीक्षा दे रहे हैं, उनका जुलाई 2021 में घोषित परीक्षा परिणाम निरस्त किया जाएगा। यानी यदि कोई छात्र मुख्य परीक्षा में सभी विषयों में अंक सुधार के लिए परीक्षा में शामिल हुआ है और विशेष परीक्षा में छात्र 1 या 1 से अधिक विषय में फेल हुआ है, तो उसका अंतिम एग्जाम रिजल्ट पात्रता अनुसार सप्लीमेंट्री या फेल होगा। छात्र को सप्लीमेंट्री या फेल की मार्कशीट दी जाएगी।
इसी प्रकार यदि छात्र का वर्तमान परिणाम पास है, लेकिन परिणाम से असंतुष्ट होकर अंक सुधार के लिए रजिस्ट्रेशन किया है। अगर वह स्पेशल एग्जाम में अनुपस्थित रहता है, तो उसका अंतिम रिजल्ट अनुपस्थित मानकर फेल घोषित किया जाएगा।