एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक ट्रेन कब पहुंचेगी। यह सभी जानकारी ऐप पर मिलेंगी। इसके अलावा स्टेशन के बाहर की जानकारी भी ऐप पर मिल जाएगी। इसके लिए रेलवे द्वारा एक ऐप तैयार कराया जा रहा है।
रैपिड रेल के सुगम सफर के अलावा यात्रियों की हर जरूरत का ध्यान रखा जाएगा। यात्रियों को कहीं भी भटकने की जरूरत नहीं होगी। स्टेशन के बाहर कैब से लेकर होटल, शॉपिंग मॉल, पुलिस थाना, मेट्रो स्टेशन और बस अड्डे की जानकारी ऐप मिल जाएगी। इसके लिए एनसीआरटीसी ऐप तैयार करा रहा है। रैपिड रेल के परिचालन से पहले इसे लांच किया जाएगा।
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ करीब 82 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर तेजी से काम चल रहा है। साहिबाबाद से दुहाई के बीच प्राथिमक खंड है। 17 किलोमीटर लंबे इस खंड पर अगले साल मार्च से रेल दौड़ने लगेगी।
इसके लिए दुहाई डिपो के अंदर ट्रायल चल रहा है। नवंबर या दिसंबर में कॉरिडोर पर मुख्य ट्रायल शुरू कराया जाएगा। वहीं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर प्लेटफॉर्म पर स्क्रीन डोर लगवाने शुरू कर दिए। रेल के दरवाज़े और स्क्रीन डोर एक साथ खुलेंगे और बंद होंगे। प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर से हर गतिविधि पर नजर रहेगी। कोई यात्री यदि पटरियों पर गिर गया तो उसका तुरंत बचाव होगा। इस तरह यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा। इसके अलावा ऐप की मदद से सुविधा का भी ध्यान रखा जाएगा। रैपिड रेल किस स्टेशन पर कब आएगी। एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक ट्रेन कब पहुंचेगी। यह सभी जानकारी ऐप पर मिलेंगी। इसके अलावा स्टेशन के बाहर की जानकारी भी ऐप पर मिल जाएगी। इसके लिए ऐप तैयार कराया जा रहा है।
मेट्रो स्टेशन से जुड़ेगा
मेरठ तिराहे पर मेट्रो स्टेशन और रैपिड रेल स्टेशन को आपस में जोड़ा जाएगा। इसके लिए 150 मीटर लंबा फुट ओवर ब्रिज बनाना शुरू हो गया। इसके बनने से जिन यात्रियों को मेट्रो से जाना होगा उन्हें सड़क पर आने की जरूरत नहीं रहेगी।
मेरठ रोड पर निर्माण कार्य से हरित पट्टी बदहाल
रैपिड रेल का मेरठ रोड पर निर्माण कार्य चल रहा है। इसके चलते पटेलनगर के पास निगम की करीब दो किलोमीटर लंबी हरित पट्टी बदहाल हो गई। बड़ी संख्या में पौधे नष्ट हो गए। निगम अधिकारियों ने पिछले दिनों हरित पट्टी का निरीक्षण किया तो इसका खुलासा हुआ।
एनसीआरटीसी के सीपीआरओ पुनीत वत्स बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए ऐप तैयार कराया जा रहा है। रैपिड रेल के परिचालन से पहले इसे लांच किया जाएगा। ऐप को मोबाइल से डाउनलोड कर यात्री सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।