बलरामपुर जिले के नगर पंचायत रामानुजगंज को 31 वर्ष बाद फिर से नगर पालिका का दर्जा मिल गया है। छत्तीसगढ़ शासन की ओर से रामानुजगंज नगर पंचायत को नगर पालिका क्षेत्र बनाए जाने की अधिूसचना जारी कर दी है। नगर पालिका का दर्जा मिलने के साथ रामानुजगंज में जमकर आतिशबाजी करते हुए लोगों ने जश्न मनाया। लोगों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर पर बसे रामानुजगंज को आजादी के पूर्व वर्ष 1941 में नगर पालिका का दर्जा दिया गया था। वर्ष 1992 तक रामानुजगंज नगर पालिका ही रहा। वर्ष 1993 में मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा रामानुजगंज को नगर पंचायत बना दिया गया। रामानुजगंज नगर पंचायत को नगर पालिका बनाए जाने का प्रस्ताव नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल के अध्यक्ष बनने के बाद तीन बार सर्वसम्मति से पारित कर राज्य सरकार को भेजा गया। सरकार ने जारी की अधिसूचना, जमकर मना जश्न राज्य शासन ने रामानुजगंज को नगर पालिका परिषद बनाने की अधिसूचना जारी कर दी है। जारी अधिसूचना के अनुसार नगर पालिका रामानुजगंज में नगर पंचायत रामानुजगंज की सीमाएं शामिल की गई हैं। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार रामानुजगंज की आबादी 11893 थी। रामानुजगंज को नगर पालिका का दर्जा मिलने की खबर मिलने के बाद गुरुवार शाम रामानुजगंज में लोगों ने आतिशबाजी की और जश्न मनाया। नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल सहित पार्षदों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, नगरीय प्रशासन मंत्री अरूण साव सहित कृषि मंत्री रामविचार नेताम का आभार व्यक्त किया है। नगर पंचायत क्षेत्र को नगर पालिका का दर्जा मिलने से संसाधनों की बढ़ोत्तरी होगी और विकास कार्यों के लिए बजट भी मिलेगा। रामानुजगंज से लगे पंचायत के क्षेत्रों को भविष्य में नगर पालिका में शामिल किया जा सकता है।