Ram Setu Movie Review in Hindi: अक्षय कुमार और जैकलीन फर्नांडिस की फिल्म राम सेतु का दर्शकों को लंबे वक्त से इंतजार था। अब दिवाली के मौके पर फिल्म रिलीज हो गई है तो चलिए जानते हैं कि फिल्म कैसी है?

फिल्म: राम सेतु
प्रमुख स्टारकास्ट: अक्षय कुमार, जैकलीन फर्नांडिस, नुसरत भरूचा, सत्यदेव और नस्सार
निर्देशक: अभिषेक शर्मा
रन टाइम: 144 मिनट
कहां देखें: सिनेमाघर

क्या है फिल्म राम सेतु की कहानी?

फिल्म ‘राम सेतु’ की कहानी को आसान भाषा में बयां किया जाए तो इस पर है कि क्या तमिलनाडु और श्रीलंका के बीच बने हुए राम सेतु को प्रभु श्रीराम ने बनाया या फिर ये प्रकृति का कोई करिश्मा है। फिल्म में आर्यन कुलश्रेष्ठ के किरदार में अक्षय कुमार हैं, जबकि आर्यन की पत्नी गायत्री के किरदार में नुसरत भरूचा हैं। वहीं जैकलीन फर्नांडिस इनवॉरेनमेंटल साइंटिस्ट के किरदार में हैं। फिल्म की शुरुआत में पहले आर्यन के किरदार को जानकार और उम्दा दिखाने के लिए अफगानिस्तान से शुरुआत होती है, जहां अक्षय, भगवान बुद्ध की मूर्ति के अवशेष के साथ ही कुछ ऐतिहासिक रत्न भी ढूंढ देते हैं।

शुरुआती सीन में पाकिस्तान को लेकर कुछ सरकास्टिक कमेंट्स और भारत का स्वैग भी अक्षय कुमार दिखाते हैं। कहानी आगे बढ़ती है और मूल रूप में आती है कि एक सेतु समुद्रम प्रोजेक्ट को लेकर दो पक्ष हैं। कुछ लोग तरक्की के नाम पर इसे तोड़ना चाहते हैं, जबकि कुछ की इससे धार्मिक भावनाएं जुड़ी होती हैं। फिल्म में अक्षय को नास्तिक दिखाया गया है, हालांकि वो फैक्ट्स से छेड़छाड़ नहीं करते हैं।

ऐसे में वो अपनी रिपोर्ट कोर्ट में सब्मिट करते हैं, जहां वो रामायण को लेकर भी आपत्तिजनक टिप्पणी कर देते हैं। जिसकी वजह से उन्हें सस्पेंड कर दिया जाता है और साथ ही साथ उनके चेहरे पर कालिख पोतना, बच्चे को परेशान करना जैसी घटनाएं भी होती है। इसके बाद पुष्पक शिपिंग के इंद्रकांत (नस्सार) की ओर से अक्षय को कहा जाता है कि वो सच्चाई का पता लगाएं कि क्या राम सेतु मैन मेड है, या फिर प्रकृति ने उसे बनाया है।

अब राम सेतु, प्रभु श्रीराम ने बनाया होता है या फिर वो प्रकृति की देन है, इस पर कहानी आगे बढ़ती है। अक्षय को उनके इस सफर में एपी(सत्य देव) का साथ मिलता है और फिल्म में क्या कुछ होता है, ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।

फिल्म राम सेतु में क्या है खास?
फिल्म को जो बात सबसे खास बनाती है वो है इसका बैकग्राउंड म्यूजिक। फिल्म का बीजी अच्छा है और सीन्स से दर्शकों  को बांधे रखने में मदद करता है। वहीं बैकग्राउंड म्यूजिक के बाद फिल्म की कहानी भी अच्छी है, जो आखिर तक बांधे रखती है। फिल्म के कुछ लोकेशन्स भी काफी अच्छे हैं, जो विजुएल ट्रीट देते हैं। फिल्म को धार्मिक आस्था के साथ जोड़कर दिखाया गया है, जिससे बतौर दर्शक आप इससे कनेक्ट रहते हैं। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी भी अच्छी है।

कहां मात खाती है रामसेतु?
फिल्म एक ओर जहां कुछ पॉइंट्स पर खास है, तो कई जगह मात भी खाती है। फिल्म में वैसे तो वीएफएक्स कम हैं, लेकिन जो भी हैं वो जंचते नहीं हैं। फिल्म के वीएफएक्स के अलावा फिल्म की एडिटिंग भी खास नहीं है। फिल्म को एडिटिंग टेबल पर वक्त दिया जाता तो फिल्म और भी बेहतर हो सकती थी। फिल्म एक ओर जहां कागज पर अच्छी उतारी गई है तो वहीं तकनीकी तौर पर तंग साबित होती है।

कैसी है एक्टिंग और निर्देशन?

कैसी है एक्टिंग और निर्देशन?
फिल्म में अक्षय कुमार का लुक उनके किरदार के साथ जंच रहा है। वहीं फिल्म में उनका काम भी अच्छा है और बीती कुछ बैक टू ब्लैक फ्लॉप देने के बाद ये फिल्म उनके लिए काफी अहम है। फिल्म में नुसरत का किरदार काफी कम है और वो उसके साथ इंसाफ करती दिखती हैं। जैकलीन का हिंदी में हाथ तंग है और ऐसे में उनके अधिकतर डायलॉग्स भी इंग्लिश के ही हैं। इस पूरी फिल्म में जिस एक्टर का काम सबसे बेहतरीन है, वो सत्यराज हैं। सत्यराज एपी के किरदार में हैं और बेहतरीन परफॉर्मेंस दिया है। सत्य देव ने उम्दा कॉमेडी और सपोर्ट दिया है। वहीं जैकलीन का उनके लिए थोड़ा-थोड़ा प्यार भी क्यूटनेस दिखाता है। फिल्म का निर्देशन और बेहतर हो सकता था।

फिल्म ‘राम सेतु’ देखें या नहीं?
इस फिल्म को परिवार के साथ देखा जा सकता है, फिल्म में कई ऐसी बातें हैं, जो आपको पसंद आएंगी। फिल्म में कई ऐसी ट्विस्ट एंड टर्न्स हैं, जो बतौर दर्शक आपको पसंद आएगी। फिल्म में हिंदु धर्म के इतिहास को साइंस से जोड़कर दिखाया गया है। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि अन्य देशों से भी राम सेतु और प्रभु श्रीराम को जोड़ा गया है।

 

 

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